देवउठनी एकादशी के बाद से ही राजस्थान में संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसकी वजह से राजस्थान से बाहर के लोग अब अलवर में शादियां करने से डर रहे हैं। अलवर जिले के होटल , रिसोर्ट और पुराने किले में होने वाली करीब 20 प्रतिशत बुकिंग जो कि दिसंबर माह में थी वह या तो कैंसिल हो चुकी है या फिर दूसरे राज्यों में शिफ्ट हो गई है।अलवर में 56 से ज्यादा मैरिज होम और एक दर्जन से ज्यादा बड़े होटल है जो इस बार नुकसान में है।
यूपी और हरियाणा में हो रही है शादियां अलवर के होटलों और किलो में होने वाली ज्यादातर शादियां अब चंडीगढ़, हरियाणा, यूपी, मथुरा ,आगरा आदी जगह पर शिफ्ट हो गई है। इससे अलवर जिले के होटल और रेस्टोरेंट को करीब 10 करोड रुपए का नुकसान दिसंबर माह में होगा।
इतना ही नहीं बीमारी का डर इतना ज्यादा है कि जो पहले बुकिंग जानकारी के लिए आ रहे थे वह लोग भी अब शादी की बुकिंग या किसी जानकारी के लिए नही आ रहे है।
गौरतलब है कि अलवर के नीमराणा ,केसरोली, तिजारा ,सरिस्का सहित अन्य बड़े होटल में उच्च वर्ग के लोग शादियों के लिए आते हैं ज्यादातर राजस्थान के बाहर थे ही होते हैं। ऐसे में अब यह लोग राजस्थान में आने से डर रहे हैं इन्हें डर है कि कोरोना की वजह से शादियां खराब ना हो जाए।
फ्लाइट बंद होने से भी आ रही है परेशानी कोरोना बीमारी की वजह से ज्यादातर फ्लाइट बंद हो चुकी है। इसमें दिल्ली से राजस्थान आने वाली फ्लाइट के अलावा अन्य राज्यों से आने वाली फ्लाइट भी शामिल है। फ्लाइट नहीं होने के कारण भी शादी विवाह वाले लोग राजस्थान में शादी के लिए नहीं आ पा रहे हैं।
नवंबर में ही दिखने लगा कोरोना का असर साथ फीट रोड निवासी पंडित शिब्बूराम शास्त्री ने बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण का असर नवंबर की शादियों पर ही दिखाई देना शुरु हो गया था। 30 नवंबर को एक शादी कैंसिल करनी पड़ी। इसमें यजमान बाहर से अलवर आ रहे थे।
शादी करने बीमारी की वजह से नहीं आए।
दिसंबर में ज्यादा से कैंसिल हो रही है शादियां राजस्थान टेंट डीलर्स किराया व्यवसाय समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अतुल शर्मा ने बताया कि जयपुर रोड स्थित मैरिज होम में 5, 6, 7 ,8 की टेंट की बुकिंग थी। शादी के आयोजक बाहर से आने थे। लेकिन कोरोना की वजह से शादी कैंसिल हो गई। इसलिए बुकिंग भी निरस्त हुई है।
वर्जन
कोरोना ने शादियां कैंसिल करवा दी है। नवंबर से फरवरी माह तक की शादीया या तो कैंसिल हो गई है या फिर दूसरे राज्यों में शिफ्ट हो गई हैं। दिसंबर माह में ही 10 करोड़ का नुकसान हुआ है। बीमारी की वजह से अलवर में धारा 144 है । इसे आयोजक कफ्र्यू समझ रहे हैं और शादियां करने से डर रहे हैं।
राम बिहारी कौशिक, निजी होटल संचालक, अलवर