पुलिस ने हॉस्पिटल ले जाकर ओला का मेडिकल जांच करवाई जहां डॉक्टरों ने उन्हें एडमिट करने के निर्देश दिए गए। इस पर ओला ने एडमिट होने से मना कर दिया और लिखित में डॉक्टरों को यह लिखकर दिया कि मुझे कुछ होता है तो उसके जिम्मेदार कुलपति होंगे और धरना स्थल पर वापस जाकर बैठ गए ।
दिन में काफी छात्र नेताओं ने पहुंचकर इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया जिनमें मत्स्य विश्वविद्यालय के संयुक्त सचिव विकास कुमार, संदीप गौतम, जेपी नाहर, राजेश व्यास, रवि वाडिया और सुनील गुर्जर सहित काफी छात्र नेता थे।
दंडौती लगाकर रजिस्ट्रार को ज्ञापन सौंपा- छात्रों ने दिन में दंडोती लगाकर कुलपति के नाम रजिस्टार को ज्ञापन भी सौंपा । इस दौरान छात्र नेता रजनीश जैमन , विश्वविद्यालय छात्र संघ उपाध्यक्ष हरीश कुमार , राजकीय विधि महाविद्यालय के छात्रसंघ संघ अध्यक्ष राजेश मीणा, निहाल , उदय व ऋषि गुर्जर आदि थे। इस दौरान छात्रों ने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। कई छात्र संगठनों ने कुलपति से फीस में बढ़ोतरी वापस लेने की मांग की है जिससे यहां शैक्षणिक माहौल विकसित हो सके। इस बारे में छात्र संगठन श्रम मंत्री को ज्ञापन भी देंगे। छात्रसंघ अध्यक्ष सुमंत चावड़ा के अनुसार इस मामले में वे जयपुर जाकर उच्च शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौपेंगे।