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मत्स्य विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव का आगाज आज से, छात्र नेताओं के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना चुनाव

locationअलवरPublished: Sep 03, 2019 09:44:57 am

Elections In Matsya University Alwar : अलवर के मत्स्य विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव ९ सितंबर को होंगे, नामांकन 5 तारीख को है।

Matysa University Alwar : Student Union Elections In Matsya University

मत्स्य विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव का आगाज आज से, छात्र नेताओं के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना चुनाव

अलवर. Elections In Matsya University Alwar : महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव का हुड़दंग तो समाप्त हो गया है लेकिन ( matsya university ) विश्वविद्यालय में छात्रसंघ का धमाल अभी शुरू होगा। यहां चुनावी प्रक्रिया मंगलवार से प्रारम्भ होगी। इसी दिन मतदाता सूची का प्रकाशन होगा। इस सूची पर 4 सितम्बर को आपत्तियां लेने के बाद उसी दिन अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन होगा। विश्वविद्यालय में नामांकन पत्र पांच सितम्बर को भरे जाएंगे और जांच 6 सितम्बर को होगी।
विश्वविद्यालय कार्यालय परिसर में नौ सितम्बर को सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक मतदान होगा जबकि इसी दिन दोपहर 2 बजे से मतगगणना होगी और परिणाम घोषित किए जाएंगे।

विश्वविद्यालय के बाहर पोस्टर और बैनर
राजर्षि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय के बाहर इन दिनों पोस्टर और बैनरों के साथ छात्र नेताओं ने स्टॉल भी लगा रखी हैं। कई दिनों से तो यहां छात्र नेता विद्यार्थियों के आवेदन पत्र भरवाने में लगे रहे। अब छात्र नेता मतदाताओं के घर-घर जाकर सम्पर्क कर रहे हैं। इसके लिए वे मतदाता छात्रों के गांव में रिश्तेदारी और जान-पहचान ढूंढ रहे हैं।
छात्रसंघ प्रत्याशियों ने बताया एजेंडा

छात्र संघ प्रत्याशियों ने विश्वविद्यालय परिसर में आने वाले विद्यार्थियों को अपना एजेंडा बताया। अधिकतर प्रत्याशियों का कहना है कि वे यहां कक्षाएं नियमित लगवाएंगे। यहां के निवर्तमान अध्यक्ष सुमंत चावड़ा कहते हैं कि वे विश्वविद्यालय में छात्रों की समस्याओं का समाधान करने में कामयाब रहे हैं। यहां होने वाली अनियमितताओं को उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलकर उठाया था। इसी प्रकार विश्वविद्यालय में समय पर परीक्षा परिणाम आएं, इसके लिए भरसक प्रयास किए। यहां होने वाली भर्ती में अनियमितताओं को उच्च स्तर पर उठाकर जांच शुरू करवाई है।
छात्र नेताओं ने बनाया प्रतिष्ठा का सवाल

कई छात्र नेताओं ने इस चुनाव को प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है। कई पुराने छात्र नेता भी प्रचार में लगे हुए हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संगठन मंत्री श्मशेर सिंह का कहना है कि इस चुनाव में विश्वविद्यालय की अव्यवस्थाएं और समस्याएं मुख्य मुद्दा रहेंगी। चुनाव में जो प्रत्याशी विद्यार्थियों के बीच अधिक सक्रिय हैं, वे ही अपनी पकड़ बना पाएंगे।

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