67 बच्चों में मिला खसरा, टीकाकरण से दूर 47 हजार बाल गोपाल
अलवरPublished: Dec 10, 2022 01:47:13 am
जिले भर में खसरे के 67 मरीज मिले, चिकित्सा विभाग में हडक़ंप
67 बच्चों में मिला खसरा, टीकाकरण से दूर 47 हजार बाल गोपाल
अलवर. जिले में इस सप्ताह खसरे रोग से पीडित 67 बच्चे मिले हैं, जिससे चिकित्सा विभाग में हडकंप मच गया है। इस बीमारी का टीकाकरण से बचाव किया जा सकता है। जिले में टीकाकरण से अभी तक 13 प्रतिशत बच्चे दूर हैं। जो कि बच्चों में खसरा रोग फैलने का मुख्य कारण है।
यह है टीकाकरण की स्थिति
अलवर जिले में टीकाकरण अप्रेल से अब तक सबसे कम शाहजहांपुर में 66.94 प्रतिशत हुआ है। इसके अतिरिक्त शहरी क्षेत्र में 69.62 प्रतिशत, बहरोड़ में 76.49, राजगढ़ में 81.09, कोटकासिम में 84.36, थानागाजी में 87.09, मुंडावर में 88.22, रैणी में 88.29, लक्ष्मणगढ़ में 88.62, मालाखेड़ा में 89.30, खेरली में 90. 49, बानसूर में 92.69, किशनगढ़बास में 92.83, रामगढ़ में 96.01 और तिजारा में 96.55 प्रतिशत टीकाकरण हुआ है। अलवर जिले में टीकाकरण का कुल प्रतिशत 87.46 प्रतिशत है। इस हिसाब से 13 प्रतिशत बच्चों का अब भी टीकाकरण नहीं कराया गया है।
खसरे से बचाव के लिए यह लगने होते हैं टीके
खसरे से बचाव के लिए बच्चे के जन्म के बाद 9 माह पर पहला टीका लगाया जाता है जबकि दूसरा टीका 16 माह होने पर लगाया जाता है। ऐसे बच्चे जो पहली डोज लगवा चुके हैँ और इनको दूसरी डोज नहीं लग पाई है। ऐसे बच्चों का सर्वे कर उनका टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए विभाग की ओर से करीब 47 हजार बच्चे चिन्हित किए गए हैं।
तिजारा में खसरे के 43 मरीज मिले
तिजारा में 67 बच्चों में खसरे की पुष्टि हुई है। अलवर के सामान्य चिकित्सालय के आईसोलेशन वार्ड में भी खसरा पीडित पांच बच्चों का उपचार चल रहा है जो रामगढ़, लक्ष्मणगढ व भरतपुर के हैं।
यहां इतने मिले खसरा पीडित बच्चे
तिजारा 43, रामगढ़ 10, किशनगढ़बास 07, उमरैण 03, कोटकासिम 01, राजगढ़ 01
इनका कहना है
खसरा व रूबेला के लिए चिकित्सा विभाग की ओर से आशा डिजिटल हैल्थ एप के माध्यम से जिले में सर्वे करवाया जा रहा है। 18 दिसंबर तक चलेगा। इसमें वंचित बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा।
– डॉ. अरङ्क्षवद गेट, प्रजनन और शिशु स्वास्थ्य अधिकारी, अलवर।
इस बार हमारा लक्ष्य जिले में टीकाकरण को शत प्रतिशत करना है। खसरे पीडि़त बच्चे मिले हैं जिसका कारण पता लगाया जा रहा है। विभाग टीकाकरण को लेकर विशेष अभियान चला रहा है।
-डॉ. श्रीराम शर्मा, मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी, अलवर