रिसर्च में इसके गिरने के स्थान की पुख्ता जानकारी मिली तो टीम फिर से अलवर आकर ढूंढऩे का प्रयास करेगी। रिसर्च पूरी होते ही इसकी रिपोर्ट भी जारी की जाएगी। गौरतलब है कि मंगलवार सुबह करीब सवा पांच बजे जिले में उजाले के बाद धमाका हुआ था, यह घटना सीसीटीवी में भी कैद हुई थी।
टुकड़े भी हो सकते हैं स्पेस इंडिया की टीम के मुताबिक उल्का पिंड के वातावरण से टकराने के कारण घर्षण से इसका आकार छोटा हुआ। घर्षण के कारण उल्का के टुकड़े होना भी संभव है। उल्का पिंड अमूमन सामान्य पत्थर जैसे ही होते हैं। उल्का पिंड मिलने पर इस पर अधिक कार्य किया जाएगा।
लोगों ने देखा कि चारों तरफ रोशनी हो गई मंगलवार सुबह जिले के कई भागों में इसका स्पष्ट प्रभाव देखा गया। यह घटना सीसी टीवी में कैद हो गई थी। इस समय चारों तरफ इतनी रोशनी हो गई कि इससे बहुत से लोग चौंक गए। मुंडावर क्षेत्र की दरबारपुर की महिला लता शर्मा का कहना है कि मंगलवार तड़के देखा कि अचानक चारों तरफ रोशनी हो गई है और तेज धमाका हुआ। इससे सब लोग डर गए। यह समझ नहीं आया कि यह क्यों हुआ।