यूं दिखाया सरकार को आइना
रैणी के पूर्व प्रधान देवकरण मीना ने बताया कि करीब तीन वर्ष पूर्व 46 लाख की लागत से जामडोली गांव में पेयजल योजना स्वीकृत हुई। एकमात्र बोर में पानी आया है, जिसका चार-पांच घरों में ही पानी पहुंच रहा है। पूरा गांव प्यासा है। इस पर बोरिंग की लाइन का टंकी से मिलान किए जाने की मांग की। वहीं ग्रामीणों ने टहला मार्ग पर नलों में पानी नही आने, एनसीआर योजना में खोदी गई सड़को की मरम्मत में लीपा-पोती किए जाने, कस्बे के गांधी पार्क के पास नलों में पेयजल सप्लाई नहीं होने आदि समस्या से अवगत कराया।
ये भी दिए निर्देश
छतरी का बास में पेयजल लाइन डलवाकर पानी पहुंचाने, कस्बे के आर्य समाज की गली में एनसीआर योजना में प्राथमिकता के आधार पर पाइप लाइन डालने, बल्लुपूरा गांव में सोलर पम्प लगाने के निर्देश दिए। इस मौके पर नगरपालिका चेयरमैन ज्योति सैनी, पदमा गोयल, भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष प्रीति विजय, मण्डल अध्यक्ष सत्येन्द्र सैनी, राहुल दीक्षित, पार्षद राजेश शर्मा सहित अनेक लोग मौजूद थे।
राइजिंग लाइन से कनेक्शन काटने के निर्देश उन्होंने यह स्थिति जानने के बाद राइजिंग लाइन को तत्काल काटने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि इससे सरकार का नुकसान हो रहा है। इसके साथ ही ग्रामीणों ने पेयजल समस्या को लेकर भी मंत्री को अवगत कराया। लोगों ने कहा कि गांव में कई दिन तक पानी नहीं आता है और काफी परेशानी होती है।