बॉडी-बिल्डिंग में तीन बार मिस्टर वल्र्ड व मिस्टर यूनिवर्स रह चुके वसीम खान आए अलवर, बताया अपनी ऐसी बॉडी का राज, आप भी जानिए
लुभावन जोशी अलवर.बॉडी-बिल्डिंग में तीन बार मिस्टर वल्र्ड वसीम खान गुरुवार को एक निजी कार्यक्रम में अलवर आए। इस दौरान वसीम ने कहा कि उन्होंने अपने कमरे में तिरंगा झंडा लगा रहा है, सुबह उठते ही जब वे तिरंगे को देखते हैं तो उन्हें देश के लिए कुछ करने की पे्ररणा मिलती है। बॉडी-बिल्डिंग में तीन बार के वल्र्ड चैम्पियन रहने के साथ वे मिस्टर यूनिवर्स, मिस्टर गैलेक्सी, मिस्टर एशिया, सात बार मिस्टर इंडिया के साथ 13 बार मिस्टर दिल्ली रह चुके हैं। पेशेवर बॉडी-बिल्डर वसीम का अब उनका ओलंपियाड में गोल्ड जीतने का सपना है। वसीम का कहना है कि तिरंगे के साथ उनकी पत्नी उन्हें प्रेरणा देती है।
15 साल की उम्र से शुरु की बॉडी-बिल्डिंग वसीम खान ने 15 साल की उम्र में बॉडी बिल्डिंग शुरु की। पहले वे केवल शौक के लिए बॉडी बनाने लगे, टीवी पर बॉडी-बिल्डिंग प्रतियोगिता देखने के बाद उन्होंने इसकी ट्रेनिंग लेनी शुरु की। वसीम का वजन मात्र 49 किलो था जो बॉडी-बिल्डर के लिए बेहद कम होता है, फिर उन्होंने वजन बढ़ाया। उन्होंने वर्ष 1999 में दिल्ली में पहली प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद उन्होंने और अधिक मेहनत की और यह मुकाम पाया।
वसीम ने बताया कि जब उन्हें बॉडी-बिल्डिंग का खुमार चढ़ा तो उन्होंने वजन बढ़ाया फिर जिम ज्वाइन की। इसके बाद ट्रेनर के मार्गदर्शन में उन्होंने बॉडी-बिल्डिंग के मुताबिक डाइट लेना व कसरत करना शुरु किया। उन्होंने कहा कि सप्लीमेंट लेने के साथ वर्कआउट करना बेहद जरूरी है।
अलवर में बॉडी बनाने का क्रेज वसीम का कहना है कि उन्होंने नहीं सोचा था कि अलवर के युवाओं में बॉडी बनाने को लेकर के्रज होगा। अलवर में बॉडी-बिल्डिंग के फैन देखकर वे बेहद खुश हुए। उन्होंने शहर के युवाओं को सलाह देते हुए कहा कि वे सही निर्देशन में ही जिम करें व किसी प्रोफेशनल ट्रेनर से सलाह लेकर ही डाइट प्लान करें।