डीएसपी मृत्युंजय मिश्रा ने बताया कि गांव गुवाड़ा निवासी मान सिंह गुर्जर (62) शाम को बाइक से अपने छोटे भाई शिवलाल के पुत्र राकेश कसाणा के साथ बानसूर से गांव गुवाड़ा जा रहा था। सुंदरी माता मंदिर मार्ग पर मानसिंह के बड़े भाई के लडक़े एक वाहन में सवार होकर आए और बाइक को टक्कर मार दी, जिससे मान सिंह बाइक से नीचे गिर गया और भतीजों ने लाठी-डंडों से पीट पीट कर मृत अवस्था में छोडकऱ फरार हो गए।
ग्रामीणों की मदद से मानसिंह को बानसूर अस्पताल लाया गया। जहां हालत खराब होने पर उसे जयपुर रैफर कर दिया। जयपुर जाते समय निम्स अस्पताल के पास पहुंचते ही उसकी मृत्यु हो गई। घटना की सूचना लगते ही डीएसपी सहित पुलिस बल गांव पहुंचा और घटनास्थल का मौका मुआयना। वहीं सुबह पोस्टमार्टम के समय मोर्चरी में बडी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। इस दौरान हरसौरा थानाप्रभारी ताराचंद शर्मा, सरपंच पूरण चंद गुर्जर,रणजीत कसाणा आदि ग्रामीण मौजूद रहे।
मृतक के भतीजे राकेश कसाणा ने पुलिस में अपने ताऊ मोहर सिंह गुर्जर के पुत्र नंदराम, लक्ष्मीनारायण, महेन्द्र, सांवल राम, रामरतन, विनोद व कृष्ण के खिलाफ हत्या का हरसौरा थाने में मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारम्भ कर दी है। पुलिस टीम गठित कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
रुपए के लेनदेन को लेकर था विवाद
पुलिस ने मृतक एवं आरोपियों के बीच पिछले कई दिनों से रुपए के लेनदेन को लेकर विवाद था। मृतक मान सिंह का एक भाई अपने बड़े मोहर सिंह के बेटों के रुपए मांगता है। इसको लेकर दोनों की बीच में कई बार गांव में पंचायत हुई। इस पर मान सिंह गुर्जर ने पंचायत के बीच रुपए नहीं देने पर अपने भतीजों को खरी खोटी सुनाई थी। इससे नाराज भतीजों ने अपने चाचा की मौके लगते ही हत्या कर दी। मृतक के छोटे भाई के बेटे राकेश ने बताया कि आरोपियों ने चार दिन पूर्व मुझे एवं मेरे ताऊ मान सिंह को जान से मारने की धमकी भी दी थी, जिसकी रिपोर्ट भी हरसौरा थाने में दर्ज कराई थी।
आरोपियों ने अपने ही वाहन को भी फूंका
पुलिस ने बताया कि घटना के बाद आरोपी जिस वाहन में सवार होकर आए थे, उस वाहन को मृतक के परिवार को फंसाने के लिए पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया। आरोपी मौके से फरार हो गए।