प्रति शनिवार तडक़े 3 बजे उदयपुर सिटी पहुंच सोमवार मध्यरात्रि यहां से प्रस्थान करने वाली अनन्या एक्सप्रेस का रेक यहां 45 घंटे खड़ा रहता है। 6 घंटे मेंटीनेंस के घटा दें तो भी ये रेक 39 घंटे काम में आ सकता है। अनन्या एक्सप्रेस के खाली रेक का मार्च 2016 में उदयपुर-अलवर के बीच प्रायोगिक तौर पर उपयोग किया गया था। ट्रेन को उदयपुर से अलवर पहुंचने व लौटने में करीब 30 घंटे लगते हैं। अलवर स्टेशन इस ट्रेन को लेने के लिए तैयार भी है तथा इसकी टाइमिंग भी तय कर ली गई है। अनन्या एक्सप्रेस को अलवर तक चलाने के बाद भी 9 घंटे और बचते हैं। इसको अलवर के बाद मथुरा तक आसानी से ले जाया सकता हैं। इससे श्रीनाथजी दर्शन को नाथद्वारा आने वाले यात्रियों को भगवान श्रीकृष्ण की जन्म भूमि जाने की अतिरिक्त सुविधा मिल जाएगी।
इसी तरह से उदयपुर में बुधवार सुबह 4 बजे आकर शनिवार मध्यरात्रि यहां से रवाना होने वाली न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस का रेक 68 घंटे खाली रहता है। 6 घंटे मेंटीनेंस के घटा दें तो, भी ये रेक 62 घंटे काम में आ सकता है। यह ट्रेन गुरुवार व शुक्रवार को उदयपुर सिटी स्टेशन या फिर देबारी पर खड़ी रहती है। इस ट्रेन को भी जोधपुर, कोटा, अलवर या जयपुर होते हुए दिल्ली तक चला सकते हैं।