नगर परिषद में होने वाले इस अविश्वास प्रस्ताव पर सभी की नजर टिकी हुई थी, इस अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस ने अपनी रणनीति घोषित नहीं की थी जबकि भाजपा ही अविश्वास प्रस्ताव से बचने की रणनीति पर चल रहे थे। इस अविश्वास प्रस्ताव को लेकर एक माह से गहमागहमी चल रही थी अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए प्रयास करने वाले पार्षद मुकेश का कहना है कि प्रतिपक्ष के नेता नरेंद्र मीणा ने अपनी भूमिका नहीं निभाई। उन्होंने आरोप लगाया की कुछ पार्षद अशोक खन्ना के पक्ष में चले गए हैं इसका क्या कारण रहा यह तो वही बता सकते हैं। नगर परिषद में अविश्वास प्रस्ताव के कारण मध्यांतर तक अवकाश घोषित कर दिया गया जिसके कारण आने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओपी जैन ने अविश्वास प्रस्ताव के स्थगित होने की घोषणा की।