दस प्रतिशत होते हैं हृदयरोगी गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज एसएमएस जयपुर के बाद जिला अस्पतालों में अलवर जिला सामान्य चिकित्सालय की ओपीडी सबसे ज्यादा है। यहां सामान्य दिनों में ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या 1000 से 1200 रहती है वहीं मौसमी बीमारियों के दौरान संख्या करीब 2500 तक पहुंच जाती है। यहां अलवर जिले से ही नहीं बल्कि दौसा, हरियाणा, मथुरा, भरतपुर व यूपी से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं। इनमें ऐसे मरीज ज्यादा होते हैं जिनको न्यूरोलॉजिस्ट व कोर्डियोलॉजिस्ट की जरुरत होती है। इसी तरह से हियरिंग समस्याओं के लिए ऑडियोलोजिस्ट व किडनी सम्बंधी बीमारियों के इलाज के लिए नेफ्रोलॉजिस्ट भी नहीं है।
आए दिन सामने आ रहे हैं मामले सामान्य चिकित्सालय की ओपीडी में आने वाले मरीजों का दस फीसद हृदय सम्बंधी बीमारी वाले होते हैं। कोर्डियोलॉस्टि के अभाव में उन्हें परेशानी होती है। अस्पताल में ओपीडी लगातार बढ़ रही है। निशुल्क इलाज के लिए यहां लोग आते हैं। खाली पड़े पदों को भरने के प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यालय को कई बार लिखा जा चुका है। कोर्डियोलॉजिस्ट व न्यूरोलोजिस्ट की यहां सख्त जरूरत है।
-डाक्टर सुनील चौहान, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, सामान्य चिकित्सालय अलवर।