अलवर. बहरोड़ थाने में एके-४७ से गोलियां बरसा लॉकअप से फरार हुए पपला गुर्जर के नजदीक राजस्थान पुलिस कई बार पहुंची, लेकिन हर बार पपला पुलिस से बचकर निकल गया। घटना को ९७ दिन बीत जाने के बाद भी पपला पुलिस की गिरफ्त से दूर है।
बहरोड़ थाना पुलिस ने हरियाणा के कुख्यात अपराधी विक्रम उर्फ पपला गुर्जर को ५ सितम्बर की देर रात ३१.९० लाख रुपयों के साथ पकड़ा था।
थाने के पुलिसकर्मियों से मिलीभगत कर पपला ने अगले ही दिन यानि कि ६ सितम्बर की सुबह पौने ९ बजे बहरोड़ थाने पर अपने गुर्गों से हमला करा दिया। थाने पर एके-४७ से ताबड़तोड़ गोलियां बरसा साथी बदमाश पपला गुर्जर को लॉकअप से छुड़ा ले गए थे। मामले में राजस्थान एसओजी अब तक गिरोह के करीब दो दर्जन बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन पपला अब तक पुलिस के हाथ नहीं आ सका है। मुखबिर तंत्र की सूचना पर हरियाणा, उत्तरप्रदेश, दिल्ली और उत्तराखण्ड में कई बार राजस्थान पुलिस पपला गुर्जर के नजदीक पहुंच गई, लेकिन स्थानीय पुलिस से तालमेल के अभाव में पपला हर बार पुलिस को गच्चा देने में कामयाब रहा है।
टीमें लगी हुई हैं
&पपला गुर्जर की तलाश में राजस्थान पुलिस और एसओजी की टीमें लगी हुई हैं। लगातार दबिशें जारी हैं।
अमनदीप सिंह, पुलिस अधीक्षक, भिवाड़ी।