तलाई पर खर्च किए थे लाखों रुपए शेरपुर हेलीपेड के समीप गत वर्ष मनरेगा के तहत जल संकट से निजात पाने व बरसाती पानी व आसपास का पानी रिचार्ज करने से जल स्तर बढ़ाने के लिए लाखों रुपए खर्च करके तलाई का निर्माण कराया था, लेकिन इन दिनों इस तलाई में समीप के होटल का गंदा पानी एकत्र हो रहा है। लोगों ने होटल से सड़क के नीचे होते हुए तलाई तक भूमिगत पाइप डालकर तलाई में दे रखा है। ऐसे में वो दिखाई नहीं दे रहा है। तलाई में दूषित व गंदा पानी एकत्र हो रहा है।
कट्टों में भरकर कचरा लाती महिलाएं खिलचीपुर के समीप स्थित होटल से निकलने वाले कचरे को होटल में काम करने वाली महिलाएं सार्वजनिक तलाई में होटल के कचरे को डालती है। इतना ही नहीं, वे उस कचरे को वहीं जलाती है। इससे पर्यावरण व वहां का वातावरण भी दूषित हो रहा है। महिलाओं ने बताया कि होटल मालिक ने उनसे तलाई में कचरा डालने के बाद जलाने के लिए कह रख है। ऐसे में वे सारे कचरे कां यहां पर डालती है।
नाले भी कचरे से अटे ग्रामीणों ने बताया कि इसी प्रकार कुण्डेरा-श्यामपुर रोड पर गणेशधाम चौकी के आगे स्थित होटलों का अपशिष्ट भी रोजाना गणेशधाम पुलिस चौकी के आगे स्थित एक नाले में डाला जा रहा है। इससे गांव में दुर्गंध उठ रही है। लोगों का जीना बेहाल है।
जानकारी नहीं है… रणथम्भौर रोड व खिलचीपुर के समीप स्थित होटलों से निकलने वाले अपशिष्ट व कचरे का सार्वजनिक तलाई व सड़क किनारे निस्तारण करने की जानकारी नहीं है। इस संबंध में शिकायत भी नहीं मिली। ऐसा है तो मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
सौरभ जिंदल, नगर परिषद आयुक्त सवाईमाधोपुर । ऐसा है तो जांच कराई जाएगी… भूमिगत जल को रिचार्ज करने के लिए तलाईबनाई थी। अगर उसका उपयोग गंदे पानी की निकासी के लिए हो रहा तो जांच कराई जाएगी। संबंधित होटल संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
विमलेश गुप्ता, अधिशासी अभियंता, मनरेगा, सवाईमाधोपुर