न सभापति और उप सभापति और न ही आयुक्त
एसीबी ने हाल ही अलवर नगर परिषद में बड़े भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ किया है। इतने बड़े मामले के बाद अलवर नगर परिषद में फिलहाल न तो सभापति और उप सभापति है और न ही आयुक्त। सभापति और उप सभापति का कार्यकाल इस कार्रवाई से पहले ही पूरा हो चुका है। वहीं, आयुक्त कमलेश मीणा को एसीबी कार्रवाई के बाद बैकडेट में एपीओ कर दिया गया। सरकार ने अभी नए कार्यवाहक सभापति और उप सभापति के आदेश नहीं किए हैं तथा कार्यवाहक आयुक्त पद पर फतेहसिंह मीणा को लगाया है। जिन्होंने अभी कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। ऐसे में नगर परिषद में जनता के काम अटक गए हैं।
एसीबी का खौफ, कई लोगों के फोन बंद
नगर परिषद में एसीबी की बड़ी कार्रवाई के बाद से भ्रष्टाचारियों में जबरदस्त खौफ पैदा हो गया है। नगर परिषद अलवर के कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी और ठेकेदारों के मोबाइल फोन एसीबी कार्रवाई के बाद से ही बंद हैं। जिसकी नगर परिषद के अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी और ठेकेदारों में काफी चर्चा है।
मार्गदर्शन मांगा था
कार्यवाहक सभापति और उप सभापति का कार्यकाल पूरा होने पर राज्य सरकार को पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगा गया था। इस सम्बन्ध में सरकार के स्तर पर निर्णय हुआ है या नहीं। इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
- कमलेश कुमार मीणा, तत्कालीन आयुक्त, नगर परिषद, अलवर।