scriptढाबे पर पहुंचते ही लोटपोट हो जाते हैं दर्शक | On arriving at the dhaba, the audience becomes swollen | Patrika News

ढाबे पर पहुंचते ही लोटपोट हो जाते हैं दर्शक

locationअलवरPublished: Feb 24, 2020 02:38:18 am

Submitted by:

Subhash Raj

अलवर. ढाबा’ नुक्कड शैली का हास्य व्यंग्य प्रधान नाटक है। देश की संसद में जिन गंभीर विषयों के ऊपर चर्चा होती है और हर पक्ष व विपक्ष संसद में विचार रखता है। वैसे ही गांव, शहर व कस्बों में ढाबे पर किस तरह की चर्चाएं होती हैं।

ढाबे पर पहुंचते ही लोटपोट हो जाते हैं दर्शक

ढाबे पर पहुंचते ही लोटपोट हो जाते हैं दर्शक

यह सब दिखाया गया है। दस दिवसीय मत्स्य थिएटर फेस्टिवल के तहत रविवार को महावर ऑडिटोरियम में वीणा पानी कला मंदिर जयपुर की ओर से ‘ढाबा’ नाटक का मंचन किया गया। युवा नाटककार तपन भट्ट के लेखन में हास्य और व्यंग्य का पुट अलग अंदाज में देखने को मिला। कलाकारों में तपन भट्ट, विशाल भट्ट, शौरभ भट्ट, अभिषेक, विकास पारीक, अखिल चौधरी, आशुतोष पारीक, नवीन टेलर शामिल हैं।’बड़े भाई साहब नम्बर दो’ नाटक फेस्टिवल के संयोजक देशराज मीणा ने बताया कि सोमवार को रंग संस्कार थिएटर ग्रुप अलवर की ओर से डॉ. प्रदीप प्रसन्न का लिखित और निर्देशित हास्य व्यंग्य नाटक बड़े भाई साहब नंबर दो शाम 7 बजे महावर ऑडिटोरियम में मंचित किया जाएगा। इसमें अलवर के कलाकार नाट्य प्रस्तुति देंगे।
जीवन को जिएं तो संस्कारों के साथ जिएं-
अलवर. मानव जन्म दुर्लभ है और यह हमें मिला है तो हम इसे संस्कारों और परम्पराओं का निर्वहन करने के साथ जिएं। मुनि पावन सागर ने रविवार को स्थानीय शिवाजी पार्क स्थित श्री संभवनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में मंदिर के पंचकल्याण महोत्सव की वर्षगांठ के अवसर पर प्रवचन देते हुए यह बात कहीं। उन्होंने कहा कि हम जैन कुल में पैदा हुए हैं तो जैन कुल की मर्यादाओंं और उनके संस्कारों को मान्यताओं के साथ निभाएं। उन्होंने कहा कि जैन धर्म में विधान आदि करना संस्कारोंं को निभाने की ही क्रियाओं का अंग है। इस तरह के कार्यक्रमों से हमारी आने वाली पीढिय़ोंं को भी जैन धर्म की प्रभावना का ज्ञान होता है। संभवनाथ दिगम्बर जैन मंदिर के अघ्यक्ष महेश चन्द जैन, मंत्री चन्दन जैन एडवोकेट ने बताया कि इससे पूर्व सुबह श्रीजी का अभिषेक किया गया।
सैनी समाज का सामूहिक विवाह 25 को
अलवर . सैनी समाज सामूहिक विवाह एवं समाज उत्थान समिति, अलवर के तत्वाधान में 25 फरवरी को फुलेरा दूज पर 23वां अखिल भारतीय सैनी सामूहिक विवाह समारोह का आयोजित किया जाएगा। समिति अध्यक्ष इजि. निरंजनलाल सैनी ने बताया कि समाज में दहेजप्रथा, फिजूलखर्ची को रोकने एवं सामाजिक एकता के उद्देश्य से यह आयोजन किया जाता है। इस बार 22 जोड़ों का सामूहिक विवाह नई सब्जी मंडी (प्याज मंडी) अग्रसेन सर्किल के पास अलवर में होगा। दूल्हों की सामूहिक बारात निकासी सुबह 8:30 बजे गणेश टाकीज मैदान, काशीराम चौराहे के पास, अलवर से प्रारम्भ होकर रोड नं. 2, भगत सिंह सर्किल, अग्रसेन सर्किल होते हुए 11:30 बजे विवाह समारोह स्थल प्याज मंडी परिसर में पहुंचेगी। हिन्दू रीति-रिवाजों के अनुसार आच तोरण, वरमाला एवं पाणिग्रहण संस्कार की रस्में सम्पन्न करवाई जाएगी। । रास्ते में सामूहिक बारात का जगह-जगह समाज के गणमान्य नागरिको एवं आजाद फल सब्जी विक्रेता संघ (घंटाघर), नई सब्जी मण्डी आढतिया यूनियन की ओर से स्वागत किया जाएगा।
समिति महामंत्री पदम चन्द सैनी ने बताया कि दोपहर 2 बजे आर्शीवाद समारोह होगा। उन्होंने बताया कि समिति की ओर से पिछले 22 वर्षों में 533 जोड़ों का सफलतापूर्वक सामूहिक विवाह सम्पन्न करवाया जा चुका है।

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