
मालाखेड़ा.पंचायतराज विभाग के ग्रामीण विकास अधिकारी तथा निर्माण विभाग की लचर व्यवस्था और उदासीनता के चलते बदीपुरा ग्राम पंचायत का भवन चार साल बाद भी बनकर तैयार नहीं हुआ है। इससे कार्मिकों सहित यहां आने वाले फरियादियों को भी परेशानी का सामन करना पड़ रहा है। इधर मालाखेड़ा क्षेत्र की ग्राम पंचायत का कार्यकाल समाप्त होने में एक महीना और 10 दिन ही शेष है।
मालाखेड़ा पंचायत समिति बनने के साथ ही 33 ग्राम पंचायत इसमें शामिल की गई है, जिसमें नई ग्राम पंचायत मुख्यालय पर पंचायत भवन बनाने के लिए 44 लाख रुपए का बजट सरकार की ओर से स्वीकृत किया गया। कांग्रेस सरकार के दौरान श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने नवसृजित ग्राम पंचायत बदीपुरा मुख्यालय के लिए पंचायत भवन निर्माण का शिलान्यास अक्टूबर 2020 को किया गया, जहां पंचायत समिति बनने के साथ ही यह विवादों में रही और बार-बार विकास अधिकारी का स्थानांतरण होता रहा। आरोप है कि जिसका प्रमुख कारण विकास अधिकारी का प्रधान के साथ समन्वय ठीक नहीं था होना। जहां ग्राम पंचायत, पंचायत समिति के तकनीकी सहायक, निर्माण शाखा तथा विकास अधिकारी की उदासीनता के चलते यह कार्य बार-बार बंद होता रहा। आलम यह रहा कि 4 वर्ष गुजर जाने के बाद भी ग्राम पंचायत का नया भवन तैयार नहीं हुआ है।
भामाशाह ने बेसकीमती जमीन कराई थी उपलब्ध
ग्राम पंचायत मुख्यालय पर भवन बने, इसके लिए भामाशाह मोहम्मद खान ने अपनी बेसकीमती जमीन आबादी क्षेत्र में उपलब्ध कराई थी। उसके बावजूद उदासीन अधिकारी, कर्मचारी, निरीक्षण के अभाव में यह कार्य पूरा ही नहीं हो पाया।
निर्देश दिए है
अब पंचायत भवन का कार्य शीघ्र पूरा करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। जिसकी प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी।
ओम प्रकाश सैनी, कार्यवाहक विकास अधिकारी, पंचायत समिति, मालाखेड़ा।
Published on:
10 Dec 2024 11:12 pm
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