महिला चिकित्सालय में भी यही हालात नजर आए। यहां पर प्रतिदिन ओपीडी में गर्भवती महिलाओं की लंबी कतार रहती है लेकिन हड़ताल के चलते ओपीडी परिसर पूरी तरह से खाली दिखाई दिया। इमरजेंसी में दो महिला चिकित्सक डयूटी पर महिला मरीजों को देख रही थी। जबकि पर्ची काउंटर, दवा काउंटर ,सोनोग्राफी कक्ष पूरी तरह से खाली थे।
शिुश चिकित्सालय की इमरजेंसी में मरीजों की लंबी कतार
शिशु चिकित्सालय की ओपीडी में मरीजों की भीड़ सुबह से ही पहुंच गई थी लेकिन हड़ताल के चलते यहां भी इमरजेंसी सेवाएं ही चालू रही। इमरजेंसी में करीब सौ से ज्यादा मरीज थे जबकि दो शिशु चिकित्सक यहां बच्चों का उपचार कर रहे थे। शिशु रोग विशेषज्ञ डा. महेश शर्मा ने बताया कि गर्मी जनित बीमारियों के चलते मरीज ज्यादा आ रहे हैं इसलिए इमरजेंसी सेवाएं चालू हैं। किसी मरीज को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। हडताल की जानकारी मिलने के बाद बहुत से अभिभावक बच्चों को निजी अस्पताल में इलाज के लिए लेकर पहुंचे।
शिशु चिकित्सालय की ओपीडी में मरीजों की भीड़ सुबह से ही पहुंच गई थी लेकिन हड़ताल के चलते यहां भी इमरजेंसी सेवाएं ही चालू रही। इमरजेंसी में करीब सौ से ज्यादा मरीज थे जबकि दो शिशु चिकित्सक यहां बच्चों का उपचार कर रहे थे। शिशु रोग विशेषज्ञ डा. महेश शर्मा ने बताया कि गर्मी जनित बीमारियों के चलते मरीज ज्यादा आ रहे हैं इसलिए इमरजेंसी सेवाएं चालू हैं। किसी मरीज को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। हडताल की जानकारी मिलने के बाद बहुत से अभिभावक बच्चों को निजी अस्पताल में इलाज के लिए लेकर पहुंचे।