गांव बिचगांवा के दिनेश मीना ने बताया कि भूर पहाड़ी, सेहरा व सुनारी मार्ग पर सहकारी बैंक के पीछे आम रास्ते पर एक सैकड़ों वर्ष पुराना बिना मुंडेर का एक सूखा कुआं स्थित है। कुएं कि मुडेर नहीं होनें के कारण आने जाने वाले राहगीरों को यह कुंआ दिखाई नहीं देता। जिससे हमेशा हादसा होने का अंदेशा बना रहता है। रात्रि के समय कुएं के आस-पास अंधेरा रहने के कारण हादसा होने की आशंका बनी रहती है। उन्होंने बताया कि खुले कुएं को नहीं ढका गया तो किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है। इस सम्बध में एसडीएम अनिल सिंघल का कहना है कि विकास अधिकारी को खुले कुएं को ढकवाने के निर्देश दिए है। जल्द ही इसे बंद करा दिया जाएगा।फोटो कै प्शन१-लक्ष्मणगढ़ के बिचगांवा में सडक़ किनारे बना कुआं जो हादसे को न्योता दे रहा है।