पंचायत राज चुनाव के दूसरे चरण में अलवर जिले में बुधवार को रामगढ़ व मालाखेड़ा पंचायत समिति क्षेत्र में 76 ग्राम पंचायतों में सरपंच व पंच के लिए मतदान के प्रति सुबह आठ बजे से ही उत्साह देखने को मिला। बूथों पर सैकड़ों की संख्या में मतदाता वोट डालने पहुंच गए। अधिकतर जगहों पर लम्बी लाइन लगी रहीं। दोपहर बाद में भीड़ कुछ छंटी लेकिन, शाम होते-होते वापस बूथों पर वोट डालने वाले मतदाताओं की संख्या बढ़ गई। दिन भर बूथों के बाहर समर्थकों की गहमागहमी रही।
हवा में लहराते रहे गैस चूल्हे, बल्ले व ब्रश
इस चरण में मालाखेड़ा ग्राम पंचायत में मतदान के दिन बूथों के आगे भीड़ देखने को मिली। यहां प्रत्याशी समर्थक चुनाव चिह्न के पोस्टर की बजाय असली बल्ला, चूल्हा, ब्रश, कैमरा, कोट व अलमारी हाथों में लेकर खड़े दिखे। वोटरों को रिझाने के लिए खूब नारेबाजी करते रहे। अपने प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यहां इतनी भीड़ जुटी कि कई बार क्यूआरटी टीम को पहुंचकर भीड़ को इधर-उधर करना पड़ा। मालाखेड़ा ग्राम पंचायत में चुनाव लड़ रहे कुछ प्रत्याशियों ने तो अपने बूथ भी आकर्षक बनाए थे। अच्छे टैंट लगा कर टेबल-कुर्सी भी लगाई गई।
इस चरण में मालाखेड़ा ग्राम पंचायत में मतदान के दिन बूथों के आगे भीड़ देखने को मिली। यहां प्रत्याशी समर्थक चुनाव चिह्न के पोस्टर की बजाय असली बल्ला, चूल्हा, ब्रश, कैमरा, कोट व अलमारी हाथों में लेकर खड़े दिखे। वोटरों को रिझाने के लिए खूब नारेबाजी करते रहे। अपने प्रत्याशी के पक्ष में माहौल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यहां इतनी भीड़ जुटी कि कई बार क्यूआरटी टीम को पहुंचकर भीड़ को इधर-उधर करना पड़ा। मालाखेड़ा ग्राम पंचायत में चुनाव लड़ रहे कुछ प्रत्याशियों ने तो अपने बूथ भी आकर्षक बनाए थे। अच्छे टैंट लगा कर टेबल-कुर्सी भी लगाई गई।
कैरवाड़ा, परसा का बास, बीजवाड़ नरूका में भीड़ मालाखेड़ा क्षेत्र के कैरवाड़ा, परसा का बास, बीजवाड नरूका में बूथ पर मतदाताओं की लाइन ही नहीं टूटी। सुबह से शाम तक लाइन लगी रही। यहां आने वाले मतदाताओं को काफी देर तक लाइन में खड़ा रहना पड़ा। गांव की सरकार के मुखिया को चुनने का उत्साह भी वोटरों के चेहरे पर साफ नजर आया। पुरुषों के बराबर महिला मतदाताओं की भीड़ भी दिखाई दी। अधिकतर ने कहा कि विकास की दरकार है। अब तक कुछ खास नहीं हो सका। अभी जनता मूलभूत सुविधाओं को तरस रही है।