scriptयहां दर्द से तड़पते रहे मरीज, लेकिन नहीं पसीजा चिकित्सकों का दिल | patients request doctors for treatment but they refused | Patrika News

यहां दर्द से तड़पते रहे मरीज, लेकिन नहीं पसीजा चिकित्सकों का दिल

locationअलवरPublished: Dec 18, 2017 09:41:47 am

Submitted by:

Rajiv Goyal

चिकित्सकों की हड़ताल के चलते मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा मरीज इलाल के लिए गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन उन्हें इलाज नहीं मिल पाया।

patients request doctors for treatment but they refused
रविवार का दिन मरीजों के लिए कष्टप्रद बीता। उनके चेहरे की पीड़ा देखकर भी चिकित्सकों को दया नहीं आई। कराहते-तडफ़ते मरीज को देख जहां परिजनों के आंसू थम नहीं रहे थे, वहीं अस्पतालों में चिकित्सकों की जगह सन्नाटा पसरा हुआ था। हद तो तब हो गई, जब अपनी बूढ़ी मां के शव के लिए भी बेटे को हाथ जोड़ भीख मांगनी पड़ी। इसके बाद भी चिकित्सकों का मन नहीं पसीजा।
वे अपनी जिद पर अडिग थे। कुछ एेसी ही स्थिति थी रविवार को चिकित्सकों की हड़ताल के चलते सरकारी अस्पतालों की। हड़ताल से जहां निजी चिकित्सालयों की चांदी हो गई, वहीं सरकारी अस्पतालों में मरीजों का मरण हो गया। चिकित्सकों के नहीं मिलने से मरीजों को बिना उपचार के बैरंग लौटना पड़ा। यह स्थिति रात तक बनी रही। रात को सडक़ दुघर्टना में घायल एक युवक को 108 एम्बुलेंस उपचार के लिए सामान्य अस्पताल लेकर आई।
मरीज की हालत गंभीर होने के चलते अस्पताल के भीतर एम्बुलेंस का सायरन लगातार बजता रहा लेकिन कोई निकल कर नहीं आया। बस, कुछ दूर से एक आवाज आ रही थी कि इसे कहीं और ले जाओ। यहां कोई नहीं है। एम्बुलेंस चालक के यह कहने पर कि मैं इसे लेकर कहां जाऊं। इस पर उसे बताया गया कि आप इसे आर्मी हॉस्पिटल ले जाओ। इसके बाद चालक ही उसे लेकर मिलिट्री हॉस्पिटल गया।
आज और बिगड़ सकते हैं हालात

चिकित्सकों की अनिश्तिकालीन हड़ताल की घोषणा से सोमवार को अस्पतालों में हालात और बिगड़ सकते हैं। दरअसल, अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के महासचिव डॉ. विकास भारद्वाज ने दावा किया है कि सोमवार को बहरोड़, बर्डोद व भिवाड़ी सीएचसी के चिकित्सक भी हड़ताल में शामिल हो जाएंगे। इन चिकित्सकों के हड़ताल में शामिल होने से जिले में चिकित्सा सेवाएं चरमरा जाएंगी।
आयुष चिकित्सकों ने भी फेरा मुंह, दिए नोटिस


चिकित्सकों की हड़ताल के चलते वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर सामान्य चिकित्सालय में लगाए गए आयुष चिकित्सकों का भी रविवार को सहयोग नहीं मिल सका। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस दिन दो आयुष चिकित्सक अपनी-अपनी ड्यूटी कर अस्पताल पहुंचे और सोमवार से आने की कहकर चले गए।
उधर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. श्याम सुन्दर अग्रवाल ने चिकित्सकों की हड़ताल के चलते सामान्य चिकित्सालय अलवर में ड्यूटी पर लगाए गए रामगढ़, मालाखेड़ा व मुण्डावर के छह आयुष चिकित्सकों को ड्यूटी पर उपस्थित नहीं होने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्होंने बिलेटा, हल्दीना व डेहरा के चिकित्सा अधिकारियों को भी वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर सामान्य चिकित्सालय में ड्यूटी पर नहीं पहुंचने पर कारण बताओ नोटिस दिया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो