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पत्रिका की खबर का बड़ा असर, 850 के मेडिकल कॉलेज का प्रशासन ने किया अधिग्रहण, आमजन का हो सकेगा इलाज

locationअलवरPublished: Mar 30, 2020 11:03:32 am

Submitted by:

Hiren Joshi

Patrika की खबर का बड़ा असर हुआ है, प्रशासन ने Alwar esic medical college का अधिग्रहण क्र लिया है

Patrika Impact : Alwar ESIC Medical College Acquisition Due To Corona

पत्रिका की खबर का बड़ा असर, 850 के मेडिकल कॉलेज का प्रशासन ने किया अधिग्रहण, आमजन का हो सकेगा इलाज

अलवर. कोरोना वायरस महामारी के बीच प्रशासन ने पत्रिका की खबर पर संज्ञान लेते हुए अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज को अधिग्रहण कर लिया है, राजस्थान पत्रिका ने शनिवार के अंक में ‘चीन ने 10 दिन में बनाया हम 2 मिनट में बना सकते हैं 500 बेड का अस्पताल’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया। इसके बाद प्रशासन ने तत्काल इसका अधिग्रहण कर लिया। जरूरत पड़ने पर अब यहां कोरोना वायरस आपदा में स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज में जरूरत होने पर इटली व इरान से आने वाले भारतीय ही नहीं बल्कि जिले के लोगों का भी आइसोलेशन में इलाज किया जाएगा।
जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक समेत चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी रविवार को इएसआइसी मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचे।

जिला कलक्टर ने निरीक्षण के दौरान कोरोना वायरस की रोकथाम, निगरानी एवं व्यवस्था के लिए मेडिकल टास्क फ़ोर्स के प्रभारी राजस्व अपील अधिकारी हरिराम मीना को चिकित्सा विभाग की ओर से चिन्हित संदिग्ध कोरोना मरीजों के लिए इएसआइसी मेडिकल कॉलेज स्थित क्वारंटाइन सेंटर में व्यवस्था कराने के निर्देश दिए। इएसआइसी मेडिकल कॉलेज में पूर्व में तैयार आइसोलेशन वार्ड में 288 बेड के साथ 150 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था है। उन्होंने इएसआइसी हॉस्पिटल के अधीक्षक को क्वारंटाइन केन्द्र में डब्ल्यूएचओ के प्रोटोकॉल के अनुरूप व्यवस्था कराने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक समेत चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी रविवार को इएसआइसी मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचे।

जिला कलक्टर ने निरीक्षण के दौरान कोरोना वायरस की रोकथाम, निगरानी एवं व्यवस्था के लिए मेडिकल टास्क फ़ोर्स के प्रभारी राजस्व अपील अधिकारी हरिराम मीना को चिकित्सा विभाग की ओर से चिन्हित संदिग्ध कोरोना मरीजों के लिए इएसआइसी मेडिकल कॉलेज स्थित क्वारंटाइन सेंटर में व्यवस्था कराने के निर्देश दिए। इएसआइसी मेडिकल कॉलेज में पूर्व में तैयार आइसोलेशन वार्ड में 288 बेड के साथ 150 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था है। उन्होंने इएसआइसी हॉस्पिटल के अधीक्षक को क्वारंटाइन केन्द्र में डब्ल्यूएचओ के प्रोटोकॉल के अनुरूप व्यवस्था कराने के निर्देश दिए।
आगामी आवश्यकताओं के चलते जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को m.i.a. स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज बहरोड के अनंतपुरा स्थित सीआईएसएफ हॉस्पिटल के अधिग्रहण के निर्देश दिए हैं। अलवर के m.i.a. में 800 करोड़ से ज्यादा की लागत से ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज भवन का निर्माण हुए कई साल बीत गए लेकिन यहां मेडिकल कॉलेज शुरू करने की और न तो केंद्र सरकार और ना ही राज्य सरकार का ध्यान गया।
कई सालों से इस भवन में मेडिकल कॉलेज शुरू करने की मांग के बावजूद इस भवन का कोई उपयोग नहीं हो पा रहा था, लेकिन कोरोना वायरस आपदा के चलते यह जिला प्रशासन से लेकर केंद्र सरकार व राज्य सरकार के लिए प्राथमिकता बन गया है। यही कारण है कि करीब 2 महीने पहले चीन के वुहान में कोरोना वायरस के पैर पसारने के दौरान केंद्र सरकार ने ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज को आइसोलेशन वार्ड के उपयोग के निर्देश दिए। बाद में इटली व ईरान से आने वाले भारतीयों को यहां आइसोलेशन वार्ड में भेजने की तैयारी की गई। हालांकि अभी तक इस आइसोलेशन वार्ड में किसी भी देश से आने वाले भारतीयों को नहीं लाया गया है, लेकिन जिला प्रशासन ने ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज की चिकित्सकीय सुविधाओं को देखते हुए इसे कोरोनावायरस की तैयारियों की प्राथमिकता में रखा है। जिला कलेक्टर ने शनिवार को कोर ग्रुप की बैठक में मेडिकल कॉलेज के अधिग्रहण के निर्देश दिए हैं।
सीआईएसफ हॉस्पिटल भी प्राथमिकता में

जिला प्रशासन की प्राथमिकता में बहरोड के आनंदपुरा स्थित सीआईएसफ हॉस्पिटल भी है। वैसे तो यहां 700 से ज्यादा बेड की क्षमता है लेकिन फिलहाल 300 से अधिक बेड की तैयारी की गई है।
अलवर में 500 उपखंड मुख्यालयों पर 10 हजार बैड तैयार

जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए जिले में चिकित्सा व्यवस्थाओं का सुदृढ़ीकरण किया जाना है। अलवर के सामान्य अस्पताल में 350 बेड, लॉर्ड्स में 150 बेड, जिले के उपखंड मुख्यालयों पर 10 हजार बेड तैयार किए गए हैं।

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