बुधवार को एसआईटी में शामिल डीआईजी नितिनदीप ब्लग्गन, सीआईडी सीबी के एसपी समीर कुमार सिंह, एएसपी समीर दुबे व अन्य अधिकारी बहरोड़ पहुंचे। थोड़ी देर बाद भिवाड़ी के नए पुलिस अधीक्षक अमनदीप सिंह कपूर भी बहरोड़ पहुंच गए। जहां एसआईटी अधिकारियों ने कपूर से जांच की खामियों पर चर्चा की।
उल्लेखनीय है कि एसआईटी मामले की जांच की खामियों व अधिकारियों की लापरवाही की जांच करेगी। एसआईटी जांच की निगरानी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अपराध बीएल सोनी करेंगे।
घटनास्थल का मुआयना एसआईटी ने बहरोड़ उद्योग क्षेत्र स्थित हाइवे पर वह स्थान देखा, जहां गायों से भरी गाड़ी रोकने व पहलू खां के साथ मारपीट हुई थी। बहरोड़ थाना प्रभारी व प्रकरण के केस ऑफिसर सुगन सिंह से शुरुआती जांच के साथ ही चालान पेश किए जाने तक के पहलुओं की जानकारी भी ली। एसआईटी ने जागूवास चौराहे का जायजा भी लिया। इस दौरान एसपी अमनदीप कपूर, नीमराणा के एएसपी डॉ.तेजपालसिंह सहित सभी अधिकारी मौजूद रहे। बाद में टीम जयपुर रवाना हो गई।
फाइलें खंगाली, वीडियो देखे एसआईटी टीम ने बहरोड़ थाने पर मामले से जुड़ी फाइलों का अध्ययन कर दस्तावेजों की पड़ताल की। मौके के वायरल वीडियो देखे। मृतक की उपचार व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ ही घटना के दौरान तैनात पुलिस स्टाफ से मामले की जानकारी ली। इस बीच कुछ स्थानीय लोगों ने डीआईजी से मुलाकात कर उन्हें प्रकरण सम्बंधी जानकारी दी।
ये है पूरा मामला एक अप्रेल 2017 को बहरोड़ हाइवे से पिकअप में गाय भरकर गुजर रहे हरियाणा के जयसिंहपुरा निवासी पहलू खां, उसके बेटों व अन्य को भीड़ ने पकड़ लिया था। गोतस्करी के शक में भीड़ ने उनके साथ मारपीट कर दी। मारपीट में गंभीर रूप से घायल पहलू खां की 4 अप्रेल को उपचार के दौरान बहरोड़ के निजी अस्पताल में मौत हो गई। बहरोड़ पुलिस ने पहलू खां की हत्या के अलावा गोतस्करी के 6 प्रकरण दर्ज किए थे। पहलू खां हत्या प्रकरण में पुलिस ने 9 आरोपी बनाए, जिनमें 6 बालिग व 3 नाबालिग थे। न्यायालय ने 14 अगस्त को पहलू खां प्रकरण में फैसला सुनाते हुए 6 बालिग आरोपियों को संदेह का लाभ देकर बरी कर दिया था।