बसों में बिना टिकट यात्रियों से रोडवेज को हर माह लाखों रुपए का नुकसान हो रहा था। चालक-परिचालक अपने चहेतों को बिना टिकट बसों में बिठा ले जाते थे। कई बार वे सवारियों से पैसे लेकर भी टिकट नहीं काटते थे। निर्धारित किराए से कम राशि लेने के कारण सवारी भी चुप रहती थी। नई व्यवस्था में बस में चढऩे के साथ ही सवारियों को टिकट लेना पड़ेगा। बिना टिकट मिलने पर चालक-परिचालक को बतौर नजराना दी गई उनकी राशि भी जाएगी, साथ में पांच गुना किराया भी देना पड़ेगा।
रामजीलाल मीणा, मुख्य प्रबंधक मत्स्य नगर आगार
डॉ. अनुराग होंगे राजभाषा पुरस्कार से सम्मानित
अलवर. भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश के तत्वावधान में हिंदी दिवस २०१७ के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय हिंदी कार्य साधक प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर लक्ष्मणगढ़ निवासी डॉ. अनुराग विजयवर्गीय को ङ्क्षहदी दिवस पर राजभाषा पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। विजयवर्गीय को यह सम्मान हिन्दी दिवस पर १४ सितम्बर को शिमला में आयोजित समारोह में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत की ओर से प्रदान किया जाएगा।