देखरेख के अभाव में अलवर के बाला किला की हालत कुछ ऐसी हो गई है। यहां इसी वजह से अब पर्यटक नहीं आ रहे हैं।
मिट्टी मे रखी यह जंग लगी तोपें अब अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही हैं।
धूल से अटी इन गौरवशाली तापों को अब दीमक चाट रही है।
लेकिन पर्यटन को बढ़ावा देने की बड़ी-बड़ी बात करने वाले विभागों को शायद यह नजर नहीं आता।
बाला किला की क्षतिग्रस्त दीवारें जिम्मेदारों को किले की असलियत दिखा रही है।