मामले की जांच अरावली विहार थाना प्रभारी कर रहे हैं। वहीं, आरोपितों को पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया। एमआईए थाना पुलिस के अनुसार शुक्रवार रात करीब 10.45 बजे सूचना मिली कि सहजपुर में एक समाज विशेष के लोग सिवायचक जमीन पर चूबतरा बना प्रतिमा लगा रहे हैं। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची और बिना मंजूरी प्रतिमा लगाए जाने पर एेतराज जताया।
बाद में रामगढ़ उपखण्ड अधिकारी व तहसीलदार मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश कर प्रतिमा हटाने को कहा, लेकिन ग्रामीण नहीं माने और प्रतिमा पर पुष्प चढ़ा वहीं धरने पर बैठ गए। बाद में प्रशासन की सूचना पर शनिवार तडक़े 3.30 बजे छह थानों (सदर, एनईबी, एमआईए, रामगढ़, बडौदामेव व महिला थाना पुलिस) की पुलिस मौके पर पहुंची और प्रतिमा को कब्जे में लेने का प्रयास किया।
इसी बीच समुदाय विशेष के लोग आक्रोशित हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव में रामगढ़ थाना प्रभारी नवल किशोर के कान पर चोट लगी। वहीं, महिला कांस्टेबल राजबाला का सिर फूट गया। वहीं, एक अन्य महिला कांस्टेबल रोशनी के हाथ व पैर में चोट आई।
इसी बीच समुदाय विशेष के लोग आक्रोशित हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पथराव में रामगढ़ थाना प्रभारी नवल किशोर के कान पर चोट लगी। वहीं, महिला कांस्टेबल राजबाला का सिर फूट गया। वहीं, एक अन्य महिला कांस्टेबल रोशनी के हाथ व पैर में चोट आई।
एमआईए थाना प्रभारी के ड्राइवर खूबीराम का जबड़ा टूट गया। जिन्हें उपचार के लिए अलवर के सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां महिला राजबाला के सिर में सात टांके लगाए गए। जवाब में पुलिस ने भी लाठी भांजी और प्रतिमा को कब्जे में लेकर थाने आई। उधर, ग्रामीणों के सडक़ मार्ग जाम करने की सूचना पर मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
दस जनों को किया गिरफ्तार मामले में पुलिस ने दस जनों को गिरफ्तार किया है। इनमें सहजपुर निवासी सोहनलाल, श्योदयाल, जगराम, सुरेश, मोहनलाल जाटव, बहाला निवासी राजेश, जीतेन्द्र, रतनलाल, बिजेन्द्र सहित उदपुरी निवासी मंजीत जाटव को गिरफ्तार किया है।
मामले में एमआईए थाना प्रभारी पवन चौबे ने 25 नामजद सहित 100 लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा, सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने व जानलेवा हमले का मामला दर्ज कराया है। लोगों ने की सभा, बनाई कमेटी
घटना के बाद समाज के लोगों ने सभा कर पुलिस कार्रवाई पर विरोध जताया। आगामी आन्दोलन को लेकर कमेटी बनाई गई। इस दौरान रामगढ़ विधायक ज्ञानदेव आहूजा व पूर्व जिला प्रमुख सफिया खान भी मौके पर पहुंची और पुलिस कार्रवाई को गैर वाजिब बताया।
उन्होंने मामले में जिला प्रशासन से भी बात करने का आश्वासन दिया। उधर, समाज विशेष के लोगों का आरोप था कि पुलिस ने निहत्थे लोगों पर लाठी चार्ज किया। राइफल के बट से मारपीट की। उनका कहना था कि क्षेत्र सहित जिले में एेसी कई जमीनें हैं, जिन पर कब्जे हो रखे हैं। पुलिस-प्रशासन पहले उन्हें हटाए।
ग्रामीण धरने पर बैठे शनिवार शाम को ग्रामीण प्रतिमा लगाने की मांग को लेकर प्रतिमा स्थल के समीप ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान ग्रामीण प्रतिमा लगाने तथा गिरफ्तार लोगों को रिहा करने की मांग करने लगे।
प्रकरण में चारागाह भूमि पर अतिक्रमण करने, पुलिसकर्मियों पर हिंसक आक्रमण करने व राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज हुआ है। जिसमें कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।
राहुल प्रकाश, जिला पुलिस अधीक्षक, अलवर
राहुल प्रकाश, जिला पुलिस अधीक्षक, अलवर