वारदात में शामिल एक अन्य आरोपित अरुण उर्फ निर्भय गुर्जर को पुलिस ने वारदात के 80 घंटे के भीतर मार गिराया। इसके बाद गैंग का सरगना हरिया व हरीश गुर्जर उर्फ काणा की पुलिस को तलाश थी। हरिया को मंगलवार रात पलवल पुलिस ने दिल्ली के समीप दबोच लिया। मामले के चौथे व आखिरी आरोपित सेक्टर 86 नोयडा निवासी हरीश गुर्जर उर्फ हरीश खारी उर्फ काणा पुत्र गज्जू गुर्जर को नीमराणा पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के अनुसार वारदात के बाद से काणा भागता फिर रहा था। पुलिस ने इसे हरियाणा के घीलोठ के पास से गिरफ्तार किया। इसके कब्जे से पुलिस ने एक देशी कट्टा व बाइक भी बरामद की। उधर, पुलिस टीम की इस उपलब्धि पर जिला पुलिस अधीक्षक राहुल प्रकाश ने टीम में शामिल सभी सदस्यों के लिए पारितोषिक की घोषणा की है।
काणा का भाई भी है अपराधी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीमराणा ने बताया कि हरीश गुर्जर उर्फ काणा का भाई मनीष भी अपराधी है। मनीष फिलहाल दिल्ली जेल में बंद है। काणा भी शुरुआत से आपराधिक प्रवृत्ति का रहा है। करीब 5-6 साल पहले वह हरिया गैंग से जुड़ गया और उसके साथ मिलकर वारदातें करने लगा। इसके नाम भी कई मामले दर्ज है।