भारी वाहन चालकों के मंसूबे नाकाम पुलिस ने तीसरी बार लगाए अवरोधक
अलवरPublished: Nov 22, 2019 01:37:52 am
भारी वाहन चालकों के मंसूबे नाकाम पुलिस ने तीसरी बार लगाए अवरोधक
भारी वाहन चालकों के मंसूबे नाकाम पुलिस ने तीसरी बार लगाए अवरोधक
शाहजहांपुर. हाइवे के टोल शुल्क को बचाने की फिराक में भारी वाहन चालकों की हठ धर्मितापूर्ण इरादों को नाकाम करते हुए पुलिस ने तीसरी बार अवरोधकों को बुधवार रात दुरूस्त करा दिए। शाहजहांपुर – बर्डोद मार्ग से होकर कस्बे के आबादी क्षेत्र से हाइवे का टोल शुल्क बचाकर दिन रात निकलते भारी वाहनों से आए दिन होती दुर्घटनाओं से परेशान क्षेत्र के ग्रामीणों की बहुप्रतिक्षित मांग को नीमराना एएसपी सिद्धान्त शर्मा ने वाजिब समझते हुए शाहजहांपुर थानाधिकारी सुरेन्द्रङ्क्षसह रावत को निर्र्देिशत कर ईश्वरीसिंहपुरा गांव की सीमा में आशादीप आवासीय सोसाइटी के समीप लोहे के अवरोधक लगवाकर भरी वाहनों के इस मार्ग पर से आवागमन निषेध किया था। स्थानीय ट्रांस्पोर्टरों के निकलते भारी वाहनों की आड़ में अत्यधिक वाहनों का आवागमन कस्बे के बीचों बीच से होने लगा था। जिससे नवनिर्मित सडक़ निर्माण दो माह में ही पूर्ण क्षतिग्रस्त हो जाने सहित स्थानीय लोग दुर्घटना का शिकार होने लगे थे। गौरतलब है कि टोल शुल्क बचाकर निकलते भारी वाहनों की चपेट में आने से अक्टूबर माह में ८ तारीख को खोहरी निवासी श्रीराम यादव व ११ तारीख को फौलादपुर निवासी रणधीर चौधरी की मौत हो गई थी। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने शाहजहांपुर -बर्डोद मार्ग से भारी वाहनों के आवागमन को पूर्णतया रोकने को लेकर फौलादपुर बस स्टैण्ड़ पर जाम लगा समस्या के समाधान की मांग की थी। मामले को गम्भीरता से लेते हुए एएसपी शर्मा ने शाहजहांपुर पुलिस थानाधिकारी को निर्देशित कर भारी वाहनों को रोकने के लिए स्थाई समाधान के लिए लोहे के अवरोधक गाडने के लिए निर्र्देिशत किया था।
जिस पर १७ अक्टूबर को पुलिस ने लोहे के अवरोधक लगाये थे। अवरोधक को उसी रात को अज्ञात लोगों ने ध्वस्त कर दिया गया था। जिसे राजस्थान पत्रिका द्वारा जन समस्या से जुड़े मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिस पर पुलिस ने भारी लोहे के अवरोधक लगा दिया गया। परन्तु भारी वाहन चालकों की बदनियति के चलते ६ नवम्बर की रात को उसे भी दोबारा से ध्वस्त कर दिया गया। जिसके समाचार को पत्रिका की और से प्रमुखता से प्रकाशित किया था। पत्रिका में समाचार प्रकाशित होने के अगले ही दिन पुलिस ने क्षतिग्रस्त दोनों अवरोधकों को ठीक करा कर लाल झंडी व रिफ्लेक्टर लगा दिए गए। परन्तु भारी वाहन धारकों के तो मंसूबे ही पुलिस को धता बताने लगे। १७ नवम्बर की रात को तीसरी बार अज्ञात लोगों ने कटर से दोनों अवरोधकों की गाटरों को काट फेंका गया। जिसे पत्रिका ने १९ नवम्बर के अंक में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। जिस पर पुलिस ने २० नवम्बर की रात्रि को काटे गये अवरोधक को दुरूस्त करा भारी वाहन चालकों के मंसूबों को नाकाम करते हुए आमजन हितार्थ सजग प्रहरी की भूमिका अदा की। जिसे स्थानीय गांवों के ग्रामीणों ने पुलिस की सराहना कर बधाई दी। वहीं बार बार अवरोधको को हटाने का प्रयास करने वाले लोगों की पहचान कर कार्रवाई की मांग भी की है।