पुलिस ने लगाए अवरोधक, रात को ही तोड़ डाला
अलवरPublished: Oct 18, 2019 02:35:05 am
टोल बचाकर निकलने वाले वाहनों का मामला
पुलिस ने लगाए अवरोधक, रात को ही तोड़ डाला
अलवर. हाइवे के टोल शुल्क को बचाने कि फिराक में १० वर्षों से कस्बे से होकर गुजर रहे भारी वाहनों को रोकने को लेकर ग्रामीणों की उठती रही मांग पर पुलिस प्रशासन ने बुधवार शाम को अमलीजामा पहनाते हुए लोहे की गाटरों के अवरोधक लगा भारी वाहनों को रोकने का प्रयास एक ही रात में विफल हो गया। पुलिस ने फौलादपुर ग्रामपंचायत के ईश्वरीङ्क्षसहपुरा गांव की सीमा में आशीयाना सोसायटी के समीप लगाये लोहे के अवरोध को बुधवार रात ही भारी वाहन ने टक्कर मार ध्वस्त कर दिया गया। भारी वाहनों को रोक पाने में पुलिस की नाकामयाबी व भारी वाहन चालकों के बुलन्द हौंसलों को लेकर क्षेत्रवासियों में चर्चा की विषय बनी हुई है। गौरतलब है कि शाहजहांपुर – बर्डोद मार्ग पर टोल बचाकर गुजरने वाले भारी वाहनों पर अंकुश लगाने को लेकर २००९ मे तात्कालीन जिला कलक्टर कुंजीलाल मीणा ने भारी वाहनों पर पूर्ण रोक लगाने के आदेश पारित हुए थे। समय गुजरता गया। सड़क मार्ग पर भारी वाहनों से दुर्घटनाएं होती रही। परेशान क्षेत्रवासियों ने पुलिस की मिली भगत का आरोप लगा भारी वाहनों पर अंकुश लगने की आश ही छोड़ दी थी। इस माह इस मार्ग पर कई हादसे हो गए। दो व्यक्तियों की मौत भी हो गई। हादसों से आहत क्षेत्रवासियों में भारी आक्र ोश व्याप्त हो गया। दुर्घटनाओं को लेकर १३ अक्टूबर को फौलादपुर गांव के बस स्टैण्ड ग्रामीणों मे मार्ग पर जाम लगा पुलिस को खरीखोटी सुनाते हुए भारी वाहनों पर पाबंदी लगाने की मांग की थी।
ग्रामीणों के भारी आक्रोश का सामना कर रहे थानाधिकारी सुरेन्द्रङ्क्षसह ने आलाधिकारियों को मामले से अवगत करा ग्रामीणों को समस्या के समाधान का आश्वासन दिया था। जिसके चलते लोहे की गाटरें गाडते हुए अवरोधक लगा भारी वाहनों को रोकने का प्रयास किया गया था। जो एक ही रात में भारी वाहनों की हठधर्मिता ने ग्रामीणों की समस्या को बरकरार रखते हुए पुलिस के प्रयासों को हवा हवाई
कर दिया। वहीं वाहनों का आवागमन भी जारी रहा।