जेल प्रशासन के मुताबिक अलवर सेंट्रल जेल में रेवाड़ी-हरियाणा के कसोला निवासी राजू उर्फ राजेन्द्र (40) पुत्र रामेश्वर गुर्जर हत्या के प्रयास मामले में बंद है और अलवर के हरसौरा निवासी महेश (35) पुत्र हुकमचंद गुर्जर डकैती के मामले में बंद हैं। दोनों विचाराधीन बंदी हैं और जेल के वार्ड संख्या-5 के बैरक संख्या-1 में बंद हैं। गुरुवार सुबह करीब 6.30 बजे वार्ड-5 में बंदी राजू और महेश के बीच किसी बात लेकर कहासुनी हो गई। दोनों बंदी आपस में भिड़ गए। इसी दौरान महेश ने वहां पड़ा पत्थर उठाकर राजू के सिर में दे मारा, जिससे उसका राजू का सिर फूट गया और खून बहने लगा। शोर शराबा सुनकर जेलकर्मी व अन्य बंदियों से दौडकऱ दोनों को छुड़ाया। इसके बाद घायल बंदी राजू को सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया। वहां से प्राथमिक उपचार देकर कुछ देर बाद बंदी राजू को जयपुर के लिए रैफर कर दिया। कोतवाली के कार्यवाहक थानाधिकारी बनवारीलाल मीणा ने बताया कि जेल के कारापाल हाकमसिंह ने बंदियों के बीच झगड़े की रिपोर्ट दर्ज कराई है। इस सम्बन्ध में जांच तफ्तीश की जा रही है।
गाली देने पर हुआ झगड़ा जेल अधीक्षक राजेन्द्र कुमार का कहना है कि जेल में बंदियों के बीच हुए झगड़े की जांच की जा रही है। घटना के सम्बन्ध में बंदी महेश से पूछताछ की गई। जिसमें उसने बताया कि बंदी राजू ने उसे गाली दी, जिसके कारण गुस्से में आकर उसने पत्थर से राजू का सिर फोड़ दिया। अलवर जेल बंदियों के बीच झगड़े की घटना सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है। जेल सूत्रों के मुताबिक जेल में नई बैरक बनाने के दौरान बचे कुछ पत्थर जेल के वार्ड संख्या-5 व आसपास पड़े हैं। आपस में झगड़ा होने पर बंदी एक-दूसरे पर इन पत्थरों से हमला कर सकते हैं। इसके अलावा जेल में पहले भी बंदियों के बीच कई बार झगड़े हो चुके हैं।