अभिभावकों का कहना है कि करीब एक माह तक बच्चों को घर में रखना मुश्किल है। इनका परीक्षा परिणाम घोषित हो जाता है तो ये अगली कक्षा के सिलेवस को घर में बैठकर अच्छी तरीके से पढ़ सकते हैं। अभिभावकों की इस समस्या को देखते हुए गैर सरकारी
स्कूल कक्षा आठवीं तक का परिणाम घोषित करने की तैयारी कर रहे हैं। कई स्कूलों ने अपने शिक्षकों के निर्देशन में बच्चों की आनलाइन पढ़ाई शुरू करवा दी है लेकिन यह ऑनलाइन शिक्षा अभी कक्षा आठवीं से बड़ी कक्षाओं के लिए है जिनमें बच्चे टॉपिक के हिसाब से समझ सकते हैं।
युवा शिक्षक मनीष जैन कहते हैं कि इस संकट की घड़ी में आप बच्चों के समय का सदुपयोग कर सकते हैं जिसमें अभिभावकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। इसके लिए आवश्यक है कि वे बच्चों को सिलेवस के हिसाब से ऑनलाइन शिक्षण यू ट्यूब से देखकर करा सकते हैं वहीं इसके लिए शिक्षक से मोबाइल पर भी जानकारी लेना उचित होगा।