गाडिया लुहारों की इस बस्ती में बेटियों को पढ़ाना एक तरह से जुर्म माना जाता है। लेकिन हॉकी कोच बिजेंद्र सिंह ने उसको राह दिखाई। अंजलि ने जिद की पढऩे की, पढऩे जाने लगी तो समाज ने बहुत विरोध किया। लेकिन इसने किसी की नहीं सुनी, एक बार घर से निकली तो पीछे मुडकर नहीं देखा।
जनवरी 2019 में हरियाणा के हिसार में आयोजित 64 वीं नेशनल स्कूल गेम्स में खेलने का मौका मिला। आज अंजलि बीएल पब्लिक स्कूल में 9 वीं कक्षा की छात्रा है और नेशनल हॉकी प्लेयर के रूप में पहचान बना रही है।