मार्च में शिकायत मार्च में वीरसावरकर, शिवाजी पार्क, साहबजोहड़ा सहित आसपास के लोगों ने लोकायुक्त में शिकायत दी थी कि सामान्य प्रशासन मंत्री ने मंदिर की काफी जमीन पर अतिक्रमण कर लिया है। प्रभावशाली व्यक्ति होने के कारण शिकायतकर्ता सामने नहीं आना चाहते हैं। लोगों में इस बात का डर है कि शिकायत करेंगे तो उनके साथ मारपीट की जा सकती है। इस शिकायत पर लोकायुक्त ने यूआईटी व तहसील से तथ्यात्मक रिपोर्ट सात मई तक मांगी थी जबकि अभी तक मौके पर सर्वे तक नहीं किया गया है।
पहले भी चर्चा में रही यह जमीन करीब नौ माह पहले मंत्री हेम सिंह भड़ाणा के पुत्रों पर तेज सिंह नाम के व्यक्ति को घर में बंद कर मारपीट का आरोप लगा था जिसमें बाद में समझौता भी हो गया। उस समय तेज सिंह ने यही आरापे लगाया था कि मंत्री के बेटों ने वीरसावरकर में उनके आवास के सामने वाली जगह पर तूड़ी के कमरे में उसे बंद कर मारपीट की है।
करीब दो बीघा जमीन, करोड़ों कीमत यूआईटी की आवासीय कॉलोनी वीरसावरकर से लगते हुए गोपालजी महाराज के नाम बड़ी जमीन हैं जिसमें एक बड़ा मंदिर भी है। मंदिर माफी की करीब डेढ़ बीघा जमीन पर अतिक्रमण है। यह जगह सामान्य प्रशासन मंत्री हेम सिंह भड़ाणा के घर के सामने हैं। करीब दो बीघा जमीन पर तारबंदी कर कर रखी है। यहां पर भैस बंधती है। लग्जरी गाडिय़ां खड़ी होती है। कुछ जगह पर पक्का निर्माण कर लिया है। जमीन पर नल कनेक्शन व बिजली कनेक्शन ले रखा है। यह करोड़ों रुपए की कीमत की जमीन है।
यूआईटी की टीम नहीं आई जुलाई माह में सर्वे करने तहसील से टीम गई थी। उस समय यूआईटी से कोई नहीं आया। अब हम दुबारा जल्दी सर्वे कराएंगे। जिसके बारे में यूआईटी को अवगत कराया जाएगा।
-पवन कुमार, तहसीलदार, अलवर
-पवन कुमार, तहसीलदार, अलवर
हमारे को सूचना नहीं दी तहसील से हमें कोई सूचना नहीं मिली। एक बार उनकी खुद की टीम जाकर वापस आई है। अब जब भी उनकी टीम सर्वे करने जाएंगी तो यूआईटी से जाएंगे।
-कान्हाराम, सचिव, यूआईटी अलवर
-कान्हाराम, सचिव, यूआईटी अलवर
नोटिस आएगा तो जवाब दूंगा मेरे पास कोई सूचना या नोटिस नहीं है। यदि किसी भी एजेंसी से कोई नोटिस आता है तो उसका जवाब दिया जाएगा। लोकायुक्त ने जिनसे जानकारी मांगी है उन्हीें से आप बात करो।
-हेम सिंह भड़ाणा, सामान्य प्रशासन मंत्री, राजस्थान सरकार
-हेम सिंह भड़ाणा, सामान्य प्रशासन मंत्री, राजस्थान सरकार