पिछले साल खाद्य विभाग के कुछ अधिकारी और राशन डीलरों ने मिलीभगत कर 15 लाख लीटर केरोसिन का आवंटन उठा लिया और पोस मशीन से बाहर ही उसकी कालाबाजारी कर दी। विभागीय रेकॉर्ड में इसका खुलासा होने पर विभागीय अधिकारियों ने अपनी खाल बचाना शुरू कर दिया। अक्टूबर-2018 से विभागीय अधिकारी जिले में राशन डीलरों के पास केरोसिन का पर्याप्त स्टॉक दिखाते हुए हर माह केरोसिन का आवंटन निरस्त करा रहे हैं, जबकि उपभोक्ताओं को केरोसिन मिल नहीं पा रहा है।
जांच को दबाए बैठे अधिकारी 15 लाख लीटर केरोसिन की कालाबाजारी उजागर होने पर जिला कलक्टर ने जिला रसद अधिकारी को जांच के आदेश दिए थे। जिला रसद अधिकारी ने सभी निरीक्षकों को राशन की दुकानों पर जाकर जांच करने के आदेश दिए थे, लेकिन मिलीभगत में शामिल निचले स्तर के अधिकारी जांच को दबाए बैठे हैं। पिछले कई माह से केरोसिन घोटाले के जांच लम्बित पड़ी है।
जिले में करीब 1200 राशन डीलर अलवर जिले में करीब 1200 राशन डीलर हैं। प्रत्येक राशन डीलर को हर माह करीब एक हजार लीटर केरोसिन का आवंटन होता है, लेकिन अक्टूबर-2018 के बाद से किसी भी राशन डीलर को केरोसिन नहीं मिल पाया है।
चीनी का आवंटन भी नहीं हो रहा: खाद्य विभाग अलवर जिले में अप्रेल-2019 से मार्च-2020 तक का चीनी का आवंटन कर चुका है। आवंटन को कई माह बीत चुके हैं, लेकिन जिला रसद विभाग की ओर से अब तक चीनी का उठाव नहीं किया गया है। ऐसे में चीनी का आवंटन निरस्त होने के आसार नजर आ रहे हैं।
सख्त कार्रवाई करेंगे पूरे प्रदेश में उपभोक्ताओं को गेहूं और केरोसिन के वितरण में घालमेल की शिकायतें हैं। जल्द ही सितम्बर-2016 से सभी जिलों से रसद विभाग के आवंटन और वितरण का रेकॉर्ड लिया जाएगा, जिसका पोस मशीन के रेकॉर्ड से मिलान किया जाएगा। इसके बाद जिसकी भी गड़बड़ी सामने आएगी उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
– रमेशचंद मीणा, खाद्य मंत्री, राजस्थान सरकार।