इस तरह करता था वारदात बदमाश विक्रांत उर्फ लाला एवं विक्रम उर्फ लादेन बहरोड़ व आसपास के क्षेत्र में धनाढ्य लोगों की पहचान कर उनको मोबाइल फोन से व्हाट्सएप कॉलिंग कर फिरौती मांगते थे और धमकी देने के बाद मोबाइल फोन व नंबर को बदलते रहते थे। जिस कारण ये संतुष्ट था कि पुलिस उसे पकड़ नहीं सकती। शातिर विक्रांत अपनी पहचान छुपाने के लिए ट्रेन एवं प्राइवेट साधन से विभिन्न राज्यों दिल्ली, हरियाणा,पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व राजस्थान में छुपकर फरारी काटता था। एक बार अपने परिचित लोगों से बात कर मोबाइल फोन नंबर बदलता रहता था और हथियार की खरीद के लिए व अन्य राज्यों के बदमाशों से संपर्क कर हथियार अपनी गैंग के लोगों को उपलब्ध कराता था एवं उपयोग में लेता था। इसी के साथ सोशल मीडिया, फेसबुक,व्हाट्सएप इत्यादि के माध्यम से पढऩे वाले नाबालिग बच्चों को अपराध की दुनिया में जाने के लिए उकसाने का काम सोशल मीडिया के माध्यम से करता था। जिस पर वर्तमान में पुलिस का शिकंजा बढऩे व लगातार दबिश के कारण विक्रांत राजस्थान व हरियाणा राज्य का क्षेत्र छोड़कर अपने परिचित के जरिए दिल्ली में छुपकर रहने लगा था।
मुलजिम विक्रांत उर्फ लाला अपने दोस्त विक्रम उर्फ लादेन को फेसबुक पर हथियारों के साथ अपने आकर्षक हीरो की छवि वाले फोटो डालने के लिए प्रेरित करता था। जिससे प्रभावित होकर नए जवान लड़के उसे फेसबुक फ्रेंड बनाकर उससे मिलते थे। तथा वह अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए उन लड़कों से हफ्ता वसूली कराने हेतु व्यापारियों तथा विभिन्न प्रतिष्ठानों के लोगों में भय पैदा करने के लिए उन्हें हथियार देकर फायरिंग,तोडफ़ोड़ व आगजनी की घटनाएं करवाता था। नवयुवक विक्रांत व लादेन की इस चाल को समझ पाते इससे पूर्व नवयुवक अपराधिक प्रकरण में फंस जाते और उनको छोड़कर अन्य लड़कों को संपर्क में लेकर पुण इसी प्रकार की वारदात करवाता रहता था। तथा स्वयं फेसबुक,व्हाट्सएप से ही उनसे संपर्क साधता और उन पर अपना प्रभाव एवं एक बार फिर जिस लड़के को काम में लेता उसे पुण संपर्क नहीं करता। विक्रांत अपराध करने के लिए खुद कभी सामने नहीं आता था और नवयुवक लड़कों से वारदात कराता था ताकि वह अपराधिक प्रकरणों में फंस जाए और हमेशा मेरे साथ जुड़कर मेरे कहे अनुसार काम करते रहे।
पत्रकारों से बातचीत में भिवाड़ी एसपी डॉ अमनदीप सिंह ने कहा कि जो बदमाश परेशान कर रहे थे। उनको पकड़ लिया गया है। पहले भी आमजन को कहा गया था अगर किसी भी प्रकार से कोई परेशान करता है तो उनकी तुरन्त सूचना पुलिस को दे ताकि उस पर कार्यवाही की जा सके। इसी के साथ पुलिस द्वारा किए जा रहे कार्य से लोगो मे पुलिस के प्रति विश्वास बना है। और इस कार्य मे विशेष योगदान वाले 4 कॉन्स्टेबल के बारे में मुख्यालय को पत्र लिख प्रोत्साहित व रिगार्ड दिलाने का काम किया जाएगा।