इनके वाट्सएप के जरिए 27 अभ्यर्थियों से 5 से 6 लाख रुपए में सौदा होने का पता चला है। पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी परीक्षाओं के समय अभ्यर्थियों से सम्पर्क कर पेपर आउट कराने, परीक्षा में नकल कराने व परीक्षा में पास कराने के लिए पैसे लेते थे। इनसे अभी पूछताछ की जा रही है।
वाट्सएप से चलता था गिरोह आरोपियों ने पिछले दिनों हुई भारतीय खाद्य निगम और एसएससी की परीक्षा के नाम पर भी अभ्यर्थियों से मोटी रकम ली थी। पुलिस को भनक नहीं लगे इसलिए गिरोह के सदस्य वाट्सएप के जरिए रैकेट चला रहे थे। आरोपियों का मुख्य सरगना रिटायर्ड बस कंडक्टर है। उसके संपर्क में कुछ कोचिंग संस्थान ओर स्कूल से जुड़े लोग भी शामिल हैं।
मोबाइल में मिले एडमिट कार्ड पुलिस अधीक्षक राहुल प्रकाश ने बताया कि आरोपी अभ्यर्थियों को परीक्षा में ओएमआर सीट बदलने और पेपर में नकल करवाने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपए मोबाइल में मिले एडमिट कार्डकी ठगी करते हैं। आरोपियों के मोबाइल में एडमिट कार्ड और अन्य दस्तावेज मिले हैं।
पेपर डालने वाले के खिलाफ होगी कार्रवाई पुलिस अधीक्षक राहुल प्रकाश ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति सोशल साइट व ग्रुप पर कोई पेपर डालता है तो, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि ऐसे पेपर अभ्यार्थियों को भ्रमित करते हैं।