सेम्पल जांच में कलाकन्द नकली पाए जाने पर टीम ने पचास पेटियों को एक मेटाडोर में भरकर फिंकवाने के लिए किशनगढ़ रोड स्थित गन्दे नाले पर ले जाया गया। जहां कुछ पैकेट नाले में डालने के दौरान बस्ती के लोग एकत्रित हो गए और इसका विरोध करने लगे। बाद में टीम ने बाद में इस्माइलपुर रोड स्थित शिवपुरम कालोनी के पीछे खेतों में बने गहरे गड्ढे में कलाकन्द को फिंकवाया कर मिट्टी डाली गई ।
इधर, कस्बे में कुछ मावा भट्टियों वालों ने केंद्रीय व राज्य सरकार से लाइसेंस भी लिए हुए है, लेकिन इनके द्वारा निर्मित कलाकंद पर न तो पैकिंग है और न ही फर्म का नाम होता है। वहीं मिठाई बनाने के काम में आने वाले सामान का जिक्र होता है। दीपावली के त्योहार पर दो महीने पहले ही कलाकन्द व मिठाइयों के बनाने के लिए मावा तैयार कर गोदामों में स्टॉक किया जाता है।
कारखाने के मालिक को नोटिस सौंपा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस्माइलपुर रोड पर एक अन्य फर्म पर कार्रवाई करते हुए डोडा बर्फी व मावा का सेम्पल लिए। इंस्पेक्टर हारून खान ने बताया कि गणपति स्वीट्स के कारखाने पर सफाई नहीं पाए जाने पर मालिक पंकज रोघा को नोटिस दिया गया ।