हालांकि,पक्षी में ऐसे कुछ भी संदिग्ध नहीं देखा गया, लेकिन फिर भी पुलिस को शक है कि यह कोई जासूस या सीमा पार से कोई मैसेज हो सकता है या फिर इसके शरीर में कोई चिप लगी हो सकती है। पुलिस अधिकारियों ने आंशका जताई की आतंकवादी और ड्रग माफिया सीमा पार से मैसेज भेजने के लिए कबूतरों का इस्तेमाल करते आए हैं हो सकता है ऐसा कोई मामला हो। सीमा क्षेत्र में तो ऐसे पक्षी अक्सर पकड़े जाने की चर्चा रहती पर क्षेत्र में यह ऐसा पहला मामला है। गौरतलब है कि दशकों पहले एक जगह से दूसरे जगह पर मैसेज भेजने के लिए पक्षियों का इस्तेमाल किया जाता था। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान भी कई बार मैसेज भेजने के लिए पक्षियों का इस्तेमाल किया गया था। यहां तक कि एक कबूतर ने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान एक ब्रिटिश बॉम्बर क्रू की जान भी बचाई थी।
विदेशी भाषा में लिखा है संदेश कबूतर के पंजों पर किसी विदेशी भाषा में कई अंकों की संख्या और कोई कोड प्रिंट लिखे हुए है जो समझ नहीं आ रहा है। अधिकारियों के मुताबिक कबूतर किसी का पालतू भी हो सकता है या फिरी किसी दूसरे मकसद से भेजा गया भी हो सकता है जो पाकिस्तान से रास्ता भटकर इधर आ गया है। अब इस पक्षी का एक्स-रे निकालकर इसकी जांच करने पर ही कुछ और पता लग सकता है।