scriptकोरोना के मरीजों को रक्षाबंधन पर आई बहन की याद तो नर्सिंग कर्मी ने निभाया फर्ज, ‘भाई’ के जल्द ठीक होने की कामना की | Rakshabandhan 2020: Female Nurse Tie Rakhi To Corona Positive In Alwar | Patrika News

कोरोना के मरीजों को रक्षाबंधन पर आई बहन की याद तो नर्सिंग कर्मी ने निभाया फर्ज, ‘भाई’ के जल्द ठीक होने की कामना की

locationअलवरPublished: Aug 03, 2020 10:10:07 pm

Submitted by:

Lubhavan

राखी पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अपनी बहन की याद आई तो अस्पताल की नर्सिंगकर्मी उनकी बहनें बन गई और राखी बांधकर लम्बी उम्र की कामना की

Rakshabandhan 2020: Female Nurse Tie Rakhi To Corona Positive In Alwar

कोरोना के मरीज को रक्षाबंधन पर आई बहन की याद तो नर्सिंग कर्मी ने निभाया फर्ज, ‘भाई’ के जल्द ठीक होने की कामना की

अलवर. कोरोना के चलते भले ही बहन भाई एक दूसरे से ना मिल पाए हो, लेकिन दिलों में एक दूसरे की याद हमेशा बनी रहती है। कोरोना के चलते इस बार बहनें अपने भाइयों के पास नहीं आ पाई इसलिए कोरियर से राखी भिजवाई । लेकिन कोतवाली क्षेत्र में कोरियर की सेवा बंद होने से राखी भाइयों तक नहीं पहुंच पाई। अस्पताल में भर्ती मरीजों को भी बहनों की राखी नहीं मिल पाई।

रक्षाबंधन के मौके पर अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों को जब उनकी बहन याद आई तो सेवा कर रहे नर्सिंग कर्मियों ने बहन का फर्ज निभाया।
सर्जिकल आईसीयू में भर्ती मरीज को जब बहन की राखी याद आने लगी तो यहां कार्यरत नर्सिंग कर्मी प्रेमलता ने अपने हाथों से राखी बांधी और उनकी सलामती की दुआ मांगी। जब नर्सिंग कर्मी ने कलाई पर राखी बांधी तो उनको बहन की याद सताने लगी। वार्ड में भर्ती अन्य मरीजों को भी नर्सिंग कर्मी महिला ने राखी बांधी और बहन का फर्ज निभाया।
रक्षा सूत्र बांधने के बाद जब इन भाइयों ने कुछ देना चाहा तो नर्सिंग कर्मी महिला ने इंकार कर दिया। उनका कहना था कि आज हमें दुआओं की जरूरत है जो इस बीमारी से सबको बचा सके।
कोरियर सेवा बंद, सूनी रह गई भाई की कलाई

स्कीम नंबर 10 निवासी संजय अग्रवाल की कलाई रक्षाबंधन पर सूनी ही रह गई। दरअसल, कोरियर सेवा बंद होने से इनकी राखी इनको नहीं मिल पाई। यह राखी नागपुर में रहने वाली उनकी बड़ी बहन ने 27 जुलाई को एक बड़ी के कोरियर कंपनी से अलवर के लिए डिलीवर करवाई थी। जो 29 जुलाई को दिल्ली पहुंच गई दिल्ली से इसे जयपुर भेज दिया गया। जब ऑनलाइन डिलीवरी का स्टेटस देखा तो पिछले 4 दिनों से या डिलीवरी जयपुर में ही दिखाई गई। इसके चलते कोरियर कंपनी यह राखी अलवर नहीं पहुंचा पाई। ऐसे में संजय अग्रवाल को बहन की राखी समय पर ना मिलने का काफी दुख हुआ। काफी इंतजार के बाद में उन्होंने दूसरी बहन से राखी बंधवाई।
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