अलवर. रामगढ़ में गुरुद्वारे के पूर्व ग्रंथी के बाल काटने के मामले का खुलासा करते हुए गुरुवार को पुलिस ने तीन मुल्जिमों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि चौथा आरोपी अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है। मुल्जिमों ने प्रेम-प्रसंग में बाधा बन रहे महिला के देवर और जुम्मा सरपंच को फंसाने के लिए यह साजिश रची थी।
जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि रामगढ़ गुरुद्वारा के पूर्व ग्रंथी गुरुबक्श सिंह पुत्र महेन्द्रसिंह निवासी ग्राम अतबी थाना सीकरी जिला भरतपुर हाल मिलकपुर-रामगढ़ 21 जुलाई की शाम करीब साढ़े 7 बजे दवाई लेने बाइक से अलावड़ा गए थे। लौटते वक्त रास्ते में अलावड़ा श्मशान घाट के समीप कुछ युवकों ने गुरुबक्श सिंह को रोक लिया। इन युवकों ने गुरुबक्श सिंह के साथ मारपीट की और उसकी आंखों में मिर्च डाल दी। इसके बाद सिर पर बंधा दस्तार खोल उनकी आंखों पर पट्टी बांध दी और फिर उनके केश काट दिए। इसके बाद आरोपी युवक वहां से फरार हो गए। घटना का पता लगने पर पुलिस ने तुरंत पीडि़त से घटना की जानकारी ली और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने पर्चा बयान के आधार पर मामला दर्ज कर मुल्जिमों की तलाश शुरू कर दी। प्रकरण में पुलिस ने आरोपी शौकत पुत्र रोशन खान निवासी मिलकपुर-रामगढ़, मौसम पुत्र जाकिर खां निवासी ढाणी मिलकपुर-रामगढ़ और सुंदर पुत्र पीपा उर्फ दलबीर सिंह रायसिख निवासी मिलकपुर-रामगढ़ को गिरफ्तार कर लिया है। चौथा आरोपी टिंडा उर्फ फारुख पुत्र भौंडा खां निवासी मिलकपुर-रामगढ़ अभी फरार है।
प्रेम-प्रसंग के चलते आपसी रंजिश पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गुरुबक्श सिंह को दलबीर सिंह रायसिख ने अपना भाई बना रखा है। दलबीर सिंह का पुत्र सुंदर सिंह एक महिला को भगा ले गया था। जिसके सम्बन्ध में प्रकरण दर्ज हुआ था। अनुसंधान अधिकारी ने जुम्मा सरपंच अलावड़ा की मदद से महिला को दस्तयाब कर न्यायालय में 164 के बयान कराए। बयानों में महिला ने अपनी इच्छा से सुंदर के साथ जाना बताया। जिस पर उक्त प्रकरण में एफआर लगा दी गई। पूर्व ग्रंथी के साथ हुई घटना के 15-20 दिन पूर्व महिला के देवर ने अलावड़ा चौक में अपने साथियों के साथ मिलकर सुंदर के साथ मारपीट की थी तथा भविष्य में महिला से कोई भी सम्बन्ध रखने पर जान से मारने की धमकी दी। इस कारण दोनों पक्षों के बीच में आपसी रंजिश चल रही है।
मुंहबोले भतीेजे ने रीच साजिश पूर्व ग्रंथी गुरुबक्श सिंह का मुंहबोले भतीजे सुंदर और महिला पूर्व में दर्ज प्रकरण के बाद भी लगातार एक-दूसरे के सम्पर्क में रहे। सुंदर उसकी प्रेमिका महिला के देवर द्वारा मारपीट करने तथा महिला को दस्तयाब कराने में पुलिस की मदद करने वाले जुम्मा सरपंच से खफा था। सुंदर ने अपने साथी शौकत, मौसम और टिंडा उर्फ फारुख के साथ मिलकर अपने मुंहबोले चाचा पूर्व ग्रंथी गुरुबक्श सिंह के साथ मारपीट व केश काटने की घटना काे अंजाम दिया। ताकि महिला का देवर और जुम्मा सरपंच उक्त मुकदमे में बंद हो जाएं और वह महिला के साथ उसके सम्बन्ध बगैर रोक-टोक कायम रह सके।