मतगणना का काम शुरू होते ही कांग्रेस ने सुबह से ही बढ़त बना रखी है। चुनाव जीतने के बाद सत्ता में आई कांग्रेस के लिए सरकार बनाने के बाद रामगढ का चुनाव पहला विधानसभा चुनाव है। रामगढ विधानसभा सीट पर पहले त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा था लेकिन जैसे ही चुनाव परिणाम सामने आने लगे तो शुरू से ही कांग्रेस दोनों ही पार्टियों पर बढ़त बनाती नजर आई। चुनाव में भाजपा की ओर से सुखवंत सिंह, कांग्रेस से साफिया खान और बसपा से जगत सिंह मैदान में हैं।
9 राउंड की मतगणना हुई पूरी होने तक
कांग्रेस – 44,604
बीजेपी – 33,604 परिणाम दोपहर तक आने की उम्मीद है। इस सीट पर 28 जनवरी को मतदान हुआ था। इस परिणाम के साथ ही विधानसभा का 200 सदस्यों को कोरम पूरा हो जाएगा।
कांग्रेस – 44,604
बीजेपी – 33,604 परिणाम दोपहर तक आने की उम्मीद है। इस सीट पर 28 जनवरी को मतदान हुआ था। इस परिणाम के साथ ही विधानसभा का 200 सदस्यों को कोरम पूरा हो जाएगा।
कांग्रेस के अभी 99 विधायक
कांग्रेस के अभी 99 विधायक हैं और वह सहयोगी दल के एक सदस्य के समर्थन से राज्य की सत्ता में है। यदि कांग्रेस के पक्ष में परिणाम आया तो 100 का आंकड़ा पूरा हो जाएगा। भाजपा जीतती है तो उसकी संया 73 से 74 विधायकों की हो जाएगी। दोनों दलों इस जीत को लोकसभा चुनाव में भुनाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे। यही वजह है कि सत्ताधारी कांग्रेस ने चुनाव में पूरी ताकत झोंक रखी थी। मुयमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट से लेकर कई मंत्री और बड़े नेता प्रचार के लिए पहुंचे।
कांग्रेस के अभी 99 विधायक हैं और वह सहयोगी दल के एक सदस्य के समर्थन से राज्य की सत्ता में है। यदि कांग्रेस के पक्ष में परिणाम आया तो 100 का आंकड़ा पूरा हो जाएगा। भाजपा जीतती है तो उसकी संया 73 से 74 विधायकों की हो जाएगी। दोनों दलों इस जीत को लोकसभा चुनाव में भुनाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे। यही वजह है कि सत्ताधारी कांग्रेस ने चुनाव में पूरी ताकत झोंक रखी थी। मुयमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट से लेकर कई मंत्री और बड़े नेता प्रचार के लिए पहुंचे।