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RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- देश में बढ़ रही जनसंख्या नई चिंताओं को जन्म देगी, ओटीटी और बिटकॉइन पर भी दिया बयान, जानिए

संघ के साल के छह उत्सवों में से एक स्थापना दिवस पर नागपुर स्थित स्मृति मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सरसंघचालक ने जनसंख्या नियंत्रण नीति सहित, स्वास्थ्य, सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, समाज संगठन, कुटुम्ब प्रबोधन सहित विभिन्न विषयों पर बात की। वक्तव्य में सबसे महत्वपूर्ण रहा कि जनसंख्या नीति पर संघ के कार्यकारी मंडल के 2015 के प्रस्ताव का उल्लेख कर भागवत ने इस पर चिंता जाहिर की।

अलवरOct 16, 2021 / 11:12 pm

Hiren Joshi

RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा- देश में बढ़ रही जनसंख्या नई चिंताओं को जन्म देगी, ओटीटी और बिटकॉइन पर भी दिया बयान, जानिए

हीरेन जोशी
नागपुर।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा है कि देश में अनियंत्रित तरीके से बढ़ रही जनसंख्या भविष्य में कई चिंताओं को जन्म देगी। इसके लिए जनसंख्या नीति होनी चाहिए। 50 साल आगे का विचार करके नीति बनानी चाहिए। उसे सब पर समान रूप से लागू करना होगा। क्योंकि जैसे जनसंख्या समस्या बन रही है वैसे ही जनसंख्या का असंतुलन भी पूरे विश्व में समस्या बन रहा है।
संघ के साल के छह उत्सवों में से एक स्थापना दिवस पर नागपुर स्थित स्मृति मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सरसंघचालक ने जनसंख्या नियंत्रण नीति सहित, स्वास्थ्य, सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, समाज संगठन, कुटुम्ब प्रबोधन सहित विभिन्न विषयों पर बात की। वक्तव्य में सबसे महत्वपूर्ण रहा कि जनसंख्या नीति पर संघ के कार्यकारी मंडल के 2015 के प्रस्ताव का उल्लेख कर भागवत ने इस पर चिंता जाहिर की। आमतौर पर वक्तव्य में पूर्व प्रस्तावों का उल्लेख देखने को नहीं मिलता है। प्रस्ताव का पुन: उल्लेख कर सरकार से आग्रह किया गया कि जनसंख्या नीति का पुनर्निधारण कर सबपर समान रूप से लागू हो। घुसपैठ पर नियंत्रण कर राष्ट्रीय नागरिक पंजिका बने। प्रस्ताव के महत्वपूर्ण बिंदु लिखित वक्तव्य में भी उल्लेखित किए गए। ऐसा माना जाता है कि संघ प्रमुख का वक्तव्य संगठन की भविष्य की दिशा को तय करता है। ऐसे में जनसंख्या मुद्दे पर विविध संगठनों के माध्यम से कार्य किया जाना तय है।
भागवत ने देश में भेदभाव मिटाने पर जोर दिया और कहा कि मंदिर, पानी और श्मशान सबका एक होना चाहिए। इस पर संघ जुटा हुआ है। इसके साथ ही कोराना की तीसरी लहर की कम आशंका के बावजूद देश में तैयारी करने को कहा। इस संबंध में संघ की ठोस तैयारी की जानकारी भी दी।
स्वदेशी को काल सुसंगत बनाएं

संघ प्रमुख ने स्वदेशी विचार पर स्पष्ट संकेत दिए। उन्होंने कहा कि स्वदेशी को काल सुसंगत बनाया जाए और विदेशी को देश सुसंगत बनाया जाए। अपने स्व के आधार पर हमें विश्व को नया आर्थिक प्रतिमान देना है यह आवश्यक्ता है। उन्होंने कहा कि विश्व ने पिछले चार हजार साल में अर्थ पुरुषार्थ किया है। विश्व से जो उपयुक्त है वह लेना पड़ेगा। अपने स्व पर आधारित एक नया आर्थिक प्रतिमान विश्व को देना है।
वक्तव्य में प्रमुख विषय

सरसंघचालक ने 67 मिनिट के वक्तव्य में जनसंख्या नीति और अर्थव्यवस्था के साथ ही एक दर्जन से अधिक ज्वलंत विषयों पर संघ दृष्टि दी। भगवत गीता, महाभारत, गरु तेगबहादुर के बलिदान, राणा सांगा के साथ हसन खां मेवाती, महाराणा प्रताप के साथ हाकीम खां सूरी का देशप्रेम, महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह, सावरकर की दृष्टि, रविंद्रनाथ टैगोर, योगी अरविंद के संदर्भ बताए। भागवत ने पूर्वोत्तर में हाल ही में नागालैण्ड और असम की सीमा पर हुए विवाद पर चिंता जाहिर की। इसके साथ ही बदली परिस्थितियों में बौखलाकर कश्मीर में हमले कर रहे आतंकियों को सबक सिखाने, उत्तर-पश्चिम सीमा पर तालिबान के खतरे, चीन, पाकिस्तान की धूर्तता, मंदिरों का संचालन भक्तों के हाथ में देनेे, स्वास्थ्य नीति और संगठित हिंदू समाज पर चर्चा की। लिखित वक्तव्य में विषयों को विस्तार से स्पष्ट किया गया।

बदला नजारा, नागपुर में नया नजारा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्थापना दिवस विजयदशमी पर नागपुर के रशीम बाग इलाके में एक अलग ही नजारा होता है। पर इस बार पूरे नागपुर शहर में कुछ अलग था। शस्त्र पूजा और सरसंघचालक के महत्वपूर्ण वार्षिक उद्बोधन को सुनने के लिए केशव द्वार से स्मृति मंदिर और आस-पास के क्षेत्रों में भीड़ नहीं थी। कोविड से पहले यह आयोजन स्मृति मंदिर परिसर से लगते बड़े मैदान में होता था। इस बार स्थानीय प्रशासन के नियमों के तहत 200 लोगों की अनुमति थी। कार्यक्रम परिसर के अंदर के मैदान में हुआ। इसके बावजूद पूरे नागपुर में इसे लेकर उत्साह देखने को मिला। तड़के छह बजे से ही महानगर में स्वयंसेवक और सामान्यजन जुटने शुरू हुए। पूर्व निर्धारित योजना से 48 स्थानों पर कार्यक्रम हुए। सभी जगह सरसंघचालक मुख्य कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग की। सभी जगहों पर उत्सव के कार्यक्रम भी हुए। नागपुर के साथ ही देशभर में स्वयंसेवकों ने विभिन्न माध्यमों से कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी देखा।
ड्रग्स, ओटीटी और बिटकॉइन पर नियंत्रण हो

संघ प्रमुख ने मौजूदा दौर में युवाओं और बच्चों के सामने ड्रग्स, क्रिप्टोकरन्सी बिटकॉइन और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ओटीटी से जुड़े खतरों पर आगाह कर नियंत्रण की जरूरत जताई। उन्होंने कहा कि बच्चों के हाथ मे मोबाइल है पर वे क्या देख रहे हैं इस पर नियंत्रण नही है। बिटकॉइन पर किसका नियंत्रण है। इस पर नियंत्रण होना चाहिए। भागवत ने ड्रग्स पर पूर्ण रोक लगाने को कहा। ये तीनो मुद्दे ऐसे हैं जो सीधे नई पीढ़ी को प्रभावित करते हैं।
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