संत चिंतन:समाज को एकसूत्र में जोड़ता है धर्म
अलवरPublished: Jun 07, 2019 05:33:19 pm
संत चिंतन:समाज को एकसूत्र में जोड़ता है धर्म
संत चिंतन:समाज को एकसूत्र में जोड़ता है धर्म
काठूवास. कांटी स्थित गणेशदास महाराज एवं शिवदास महाराज की बगीची में संत सम्मेलन व भंडारे का आयोजन हुआ।ब्रह्मलीन महंत जयरामदास के आशीर्वाद से हुए महंत सम्मेलन में बड़ी संख्या में दादू सम्प्रदाय के संत व दूसरे महंत ने पहुंचे। इस मौके पर दादूवाणी पाठ से कार्यक्रम हुए। महंत भवानीदास ने श्रद्धालुओं से धर्म चर्चा की उन्होंने कहा कि धर्म समाज को एकता के सूत्र में जोड़ता है। बाबा की महिमा का गुणगान चेतन सोनी, कमलेश सैनी, हीरा गिरी, कमलेश सैनी व दलीप कांटी ने दादूवाणी में कर धार्मिक संदेश दिया। इस मौके पर महंत गोविंद दास, कांग्रेसी नेता राव अर्जुन सिंह, सुरेंद्र नबरदार, सरपंच देवी सिंह, नावदी आश्रम से बालकदास, सरपंच जयराम, सुवालाल, पवन यादव, अजय गोस्वामी, जसवंत दास रैवाणा, रूपदास सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
गण्डाला में निहाली माता का भण्डारा
माजरीकला. क्षेत्र के गांव गण्डाला में स्थित सती निहाली माता मंदिर परिसर में गुरुवार को भण्डारें का आयोजन किया गया। भण्डारे में ग्रामीणों ने पंगत में बैठकर प्रसादी ग्रहण की।
महिलाओं ने माता के भजन कीर्तन कर माता कि महिमा का गुणगान किया। भण्डारें में ओमप्रकाश पंच, रामनिवास पंच, रधुवीर सिहं, विक्रम प्रधान, लाल सिहं पंच, शिवचरण हवलदार, श्योराम भक्त, सत्यनारायण सेठ सहित काफी संख्या में ग्रामीण महिला और पुरूष मौजूद रहे ।
कथा में गौरी पूजन का बताया महत्व
बहरोड. क्षेत्र के गांव नांगलखोडिया में ठाकुर जी महाराज के मंदिर पर आयोजित संगीतमय राम कथा के छठे दिन विश्वामित्र द्वारा राम व लक्ष्मण को यज्ञ रक्षा के लिए दशरथ जी से मांगना ताड़का व सीता माता द्वारा गौरी पूजन की कथा का वृतांत कृष्ण प्रिय महाराज द्वारा प्रस्तुत किया गया। कथा के दौरान बड़ी संख्या में सोरवा, मिलकपुर, खातनखेड़ा, रामसिंहपुरा, मावड़ी, गोलावास, बिजोरावास सहित आसपास के गांवों के कथा प्रेमियों ने संगीतमय राम कथा का आनंद लिया।
भंडारे में उमड़े श्रद्धालु
सोडावास. राजवाड़ा में गुरुवार को ग्रामीणों की ओर से आयोजित पंचबीर बाबा कादेसी घी का भंडारा व धार्मिक रागनी जागरण कार्यक्रम किया गया। सुबह सात बजे हवन कर पूजा अर्चना करा भंडारा शुरू किया गया। भंडारे में आसपास से आए श्रद्धालुओं ने पंगत में बैठकर प्रसादी ग्रहण की। इसके पश्चात हरियाणवी रागनी कंपीटिशन की ओर से बाबा का गुणगान किया गया। कार्यक्रम में नवयुवक मंडल राजवाड़ा के नरेश चौधरी, समाजसेवी गोवर्धनसिंह चौधरी, राजवाड़ा ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच मोहरसिंह चौधरी,नीतू चौधरी, सरपंच सत्येंद्रसिंह चौधरी,भूपत चौधरी, नरेंद्र, दिलबाग, सुमेर, रामकिशन, रामजस, बलबीर मामचंद ने व्यवस्था संभाली।
शीतल जल पिलाया
सोडावास. अजरका स्टेट हाईवे 14 मार्ग पर वाहनों में आने जाने वाले यात्रा कर रहे सभी यात्रियों को शीतल मीठा जल पिलाया गया । माजरी भांडा बस स्टैंड पर ग्राम विकास समिति के सदस्यों ने मीठा शीतल जल पिलाया। इस अवसर पर सतेंद्र चौधरी, अशोक चौधरी, हवासिंह , नरेंद्र, मुकेश मेघवाल, बनवारी मेघवाल , प्रिंस चौधरी, मयंक चौधरी, दिलबाग हवलदार, करणसिंह व ग्रामीण रहे
स्वाधीनता के पुरोधा महाराणा प्रताप को पुष्पांजलि अर्पित
नीमराना. कस्बे के सरकारी अस्पताल के पास गुरुवार को मेवाड़ के राजा वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 479 वी जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाई गई। इस कार्यक्रम का शुभारंभ पुष्प माला अर्पित कर भूतपूर्व सरपंच रोहिताश सिसोदिया, युवा नेता रिंकू बड़सीवाल, कालू छिल्लर द्वारा किया गया। वक्ताओं ने ग्रामीण युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप एक ऐसे योद्धा हुए कि उनकी वीरता की कथा की गौरवीय है महाराणा प्रताप मेवाड़ की प्रजा के राणा थे। जिन्होंने हर परिस्थिति में अपनी आखिरी सांस तक अपनी प्रजा की रक्षा। उन्होंने सदैव अपने एवं अपने परिवार से ऊपर प्रजा को मान दिया। उनकी त्याग तपस्या और बलिदान से प्रेरणा लेकर युवा आगे बढ़े उनके बताए हुए मार्ग पर चलकर प्रेरणा ले इस कार्यक्रम में मौजूद रहे राजपूत समाज के डेविस सिसोदिया, मीकू शर्मा, विजय बड़सीवाल, कालूराम छिल्लर, सरजीत छिल्लर, विजय टेलर, थावर लखेरा, शेर सिंह राजपूत, टिंकू वर्मा, श्यौनारायण यादव, दोलाराम प्रजापत व अन्य मौजूद रहे।
बहरोड़. क्षेत्र की ग्राम दहमी में महाराणा प्रताप उच्च माध्यमिक विद्यालय में गुरुवार को महाराणा प्रताप जयंती को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।विशिष्ट अतिथि समर सिंह ने महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।जहां पर सतवीर यादव ने प्रताप की जीवनी पर प्रकाश डाला और विद्यार्थियों को इनके आदर्श मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।विभिन्न विद्यार्थियों ने भी प्रताप के जीवन से जुड़ी विभिन्न प्रसंगों सुनाए।
इस अवसर पर शाला परिसर में प्रसाद वितरण किया तथा राह चलते लोगों को मीठा शीतल जल पिलाया और पक्षियों के लिए पानी के परिंडे भी लगाए गए। इस दौरान निदेशक कैलाश चंद,नवल किशोर, विपिन जांगिड़, भूपेंद्र सिंह, विनीत आदि मौजूद रहे।