कार्रवाई के दौरान मौका मजिस्ट्रेट नीलाभ सक्सेना, थानाधिकारी सदर कैलाश यादव, आरएसी प्लाटून कंमाडर सीताराम, , क्षेत्रीय वन अधिकारी जितेन्द्र चौधरी, धर्मवीर सिंह, संतोष कुमार, धूणीलाल, शंकरसिंह शेखावत, अशोक शर्मा, जितेन्द्र सिंह, गिरदावर हरिकिशन सैनी, पटवारी हल्का अनिता सैनी, वनपाल जितेन्द्र सिंह मौजूद थे।
अलवर बफर रेंज में खूब अतिक्रमण सरिस्का की अलवर बफर रेंज स्थित प्रतापबंध चौकी के आसपास पुराने व नए अतिक्रमण की भरमार है। खास बात यह है कि सरिस्का प्रशासन की ओर से चिह्नित ईको सेंसेटिव जोन भी यही क्षेत्र है। इसके बावजूद यहां वन भूमि पर अतिक्रमण की इस कदर बाढ़ है कि पुराने नए भवन एवं भूखंड दूर से ही दिखाई पड़ते हैं। जबकि ईको सेंसेटिव जोन में निर्माण तो दूर किसी भी मानवीय गतिविधि की अनुमति नहीं होती।
पुराने जोहड़ को भी नहीं बख्श रहे प्रतापबंध चौकी के पास स्थित श्मसान स्थल के समीप रियासतकालीन जोहड़ पर भी इन दिनों भूखंड बनाकर बेचने की तैयारी है। भू माफियाओं की ओर से इन दिनों इस जोहड़ को कचरे से भरने का कार्य किया जा रहा है। इसके बाद जोहड़ की भूमि पर भूखंड बनाकर बेचने की आशंका है। जानकारों के अनुसार प्रतापबंध चौकी के आसपास की ज्यादातर जमीन वन भूमि है और यहां हो रहा निर्माण अवैध है।