अलवर जिला अपराध ही नहीं, बल्कि टाइगर रिजर्व सरिस्का व औद्योगिक क्षेत्रों के चलते भी अलवर जिले में संवेदनशील है। खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अलवर को अति संवेदनशील बता चुके हैं, ऐसे में जिले के प्रशासन का मुखिया नहीं होने से प्रशासनिक तंत्र पर विपरीत असर पड़ रहा है। हालत यह है बीते एक माह अलवर जिले में कई बड़ी घटनाएं, गर्मी में गहराती पानी की समस्या के चलते हर दिन सड़कों पर जाम लगने की समस्या, सैन्य क्षेत्र में मंदिर का रास्ते के विवाद को लेकर स्थानीय लोगों का आंदोलन, मूक बधिर बालिका मामले में संघर्ष समिति का अनवरत धरना सहित अनेक समस्याओं के निराकरण में प्रशासन की मुख्य भूमिका निभानी थी, लेकिन जिला कलक्टर की स्थाई व्यवस्था नहीं हो पाने से कार्यवाहक कलक्टरों को अपने मूल कार्य के साथ ही जिले भर की समस्याओं से जूझना पड़ा।
सरिस्का की आग ने हर व्यक्ति को झकझोर दिया अलवर जिले में गत एक माह में सबसे बड़ी घटना सरिस्का बाघ परियोजना में लगी आग रही। यह आग इतनी भीषण रही कि पांच दिन में मुश्किल से काबू हो सकी। सरिस्का में आग के तेजी से फैलाव को रोकने में सरिस्का के अधिकारियों के साथ ही जिला प्रशासन का प्रमुख रोल था। कारण था कि आग बुझाने के लिए प्रशासन, नागरिक सुरक्षा, दमकल, वायुसेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ आदि के सहयोग जरूरी था। सरिस्का को यह सहयोग जिला प्रशासन के माध्यम से ही संभव था। इसके लिए राज्य सरकार से लेकर केन्द्र सरकार तथा सेना से समन्यव जरूरी था। इतनी बड़ी घटना में समन्वय के लिए स्थाई जिला कलक्टर की नियुक्ति जरूरी थी।
इनवेस्टर मीट में कलक्टर का बड़ा रोल अलवर जिले में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश जरूरी है। इसी को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से आगामी 7 अप्रेल को अलवर में इंवस्टर्स मीट का आयोजन किया जाना है। इनवेस्ट मीट में कलक्टर की बड़ी भूमिका है। लेकिन अलवर जिले में अब तक सरकार स्थाई जिला कलक्टर की नियुक्ति नहीं कर पाई है। जबकि इस इनवेस्टर मीट में जिला प्रभारी मंत्री, उद्योग मंत्री सहित देश भर के निवेशक आएंगे।
सरकार बड़े अधिकारी भेज रही, स्थाई कलक्टर नहीं जिले में होने वाली बड़ी घटनाओं व आयोजनों के लिए राज्य सरकार उच्च अधिकारी भेज रही है, लेकिन स्थाई जिला कलक्टर की नियुक्ति नहीं कर पा रही। सरिस्का में आग लगने पर सरकार ने प्रमुख सचिव वन को अलवर भेजा, वहीं इनवेस्टर मीट के लिए उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव को भेजा गया है।