सरिस्का बाघ परियोजना की रेंज तालवृक्ष के अधीन बाघिन एसटी-12 के शावकों के पगमार्क शनिवार को रामपुर द्वितीय में पपडेल माला में सुबह वनकर्मियों को मिले हैं, जिससे वनअधिकारियों को थोड़ी राहत मिली है। बाघिन एसटी 19 के पगमार्क 21 जुलाई को मिले थे उसके बाद से नहीं। बाघिन एसटी-19 अलवर बफर जोन में रहती थी, लेकिन अब उसका पता नहीं चल रहा है और न ही अभी उसके पगमार्क मिले हैं। अधिकारिक तौर पर सरिस्का प्रशासन किसी भी बात की पुष्टि नहीं कर रहा है। सरिस्का में बाघों की मॉनिटरिंग में लगी टीम की लापरवाही नजर आ रही है। इससे पहले बाघ एसटी 20 कोठियां गांव के खेतों व जंगल में घूमकर वापस चला गया लेकिन वन विभाग सबकुछ मालूम होते हुए भी अनजान बना हुआ है।