अब बाघ एसटी-13 के गुम होने की करनी है जांच सरिस्का में करीब चार महीने पहले बाघ एसटी-13 लापता हो गया था। सरिस्का प्रशासन ने तीन महीने बाघ की सभी एंगलों से खूब तलाश की, लेकिन बाघ का पता नहीं चल सका। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण एनटीसीए के प्रोटोकॉल के अनुसार 90 दिन बाद बाघ को लापता मान लिया गया। बाद में राज्य सरकार ने बाघ एसटी-13 के गुम होने के मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया। यह कमेटी भी अभी तक बाघ एसटी-13 के लापता होने के कारणों की जांच के लिए सरिस्का नहीं पहुंची है।
बाघ एसटी- 13 के लापता होने की तथ्यात्मक रिपोर्ट देनी है कमेटी को सरिस्का बाघ परियोजना में बाघ एसटी-13 के लापता होने के मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार करने के लिए राज्य सरकार ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में राज्य के पर्यावरण सचिव पीके उपाध्याय, प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन सुरक्षा उदयशंकर तथा सीसीएफ वाइल्ड लाइफ पी काथिरवैल को शामिल किया गया है। इस कमेटी को सरिस्का में बाघ एसटी-13 के लापता होने के मामले के तथ्यों की जानकारी कर रिपोर्ट एक माह में राज्य सरकार को देनी है। जबकि इस उच्च स्तरीय कमेटी को गठित हुए करीब 20 दिन का समय बीत चुका है।
सरिस्का प्रशासन की रिपोर्ट से चला लेते हैं काम बाघ की मौत या लापता होने के मामले में सरिस्का प्रशासन को विभाग के उच्च अधिकारियों को तथ्यात्मक रिपोर्ट भेजनी होती है। सरिस्का प्रशासन की ओर भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर जयपुर में वरिष्ठ अधिकारी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंप अपना काम पूरा कर लेते हैं।