कोरोना ने पर्यटकों को सरिस्का से किया दूर इन दिनों देश दुनिया में कोरोना संक्रमण का भय व्याप्त है, लोग संक्रमण से बचाव के लिए खुद को घरों तक सीमित रखे हुए हैं। यही कारण है कि लोग टाइगर रिजर्व में सफारी का आनंद लेने के बजाय खुद को संक्रमण से सुरक्षित रखने को प्राथमिकता दे रहे हैं। तभी तो गत 8 जून से 12 जून तक सरिस्का बाघ परियोजना में केवल 8 जून को तीन व 9 जून को 6 पर्यटकों ने प्रवेश लिया। वहीं 10, 11 व 12 जून को सरिस्का में कोई पर्यटक नहीं पहुंचा।
बॉर्डर सील व विदेशी पर्यटकों पर रोक कोरोना संक्रमण के चलते इन दिनों राज्य सरकार ने बॉर्डर सील कर बाहरी क्षेत्रों से आवागमन को नियंत्रित किया हुआ है। इस कारण दूसरे राज्यों से केवल आवश्यक कार्य को लेकर ही लोग आ रहे हैं। वहीं विदेशी पर्यटकों की आवाजाही अभी शुरू नहीं हो सकी है। इस कारण सरिस्का बाघ परियोजना में पर्यटकों की पहुंच अभी नगण्य है।
30 जून तक खुलेगा पार्क
सरिस्का पार्क आगामी 30 जून तक खुलेगा। बाद में एक जुलाई से मानसून में पार्क में तीन महीने पर्यटकों का प्रवेश फिर बंद रहेगा। मानसून काल को वन्यजीवों की ब्रीडिंग का सर्वश्रेष्ठ समय माना जाता है। ऐसे में आगामी दिनों में भी सरिस्का में पर्यटकों के कम संख्या में पहुंचने की उम्मीद है।
सरिस्का पार्क आगामी 30 जून तक खुलेगा। बाद में एक जुलाई से मानसून में पार्क में तीन महीने पर्यटकों का प्रवेश फिर बंद रहेगा। मानसून काल को वन्यजीवों की ब्रीडिंग का सर्वश्रेष्ठ समय माना जाता है। ऐसे में आगामी दिनों में भी सरिस्का में पर्यटकों के कम संख्या में पहुंचने की उम्मीद है।
पिछले साल तीन दिन में तीन हजार से ज्यादा पर्यटक आए सरिस्का में वर्ष 2019 में मार्च की 18 से 21 तारीख के बीच 3 हजार 137 पर्यटकों ने प्रवेश लिया, इससे सरिस्का को 6 लाख 89 हजार 977 रुपए का राजस्व मिला। वहीं वर्ष 2019 में सरिस्का में अप्रेल में 2664 व मई में 1532 पर्यटकों ने प्रवेश लिया, यानि इन दो महीनों में सरिस्का में 4196 पर्यटकों ने प्रवेश लिया। इससे सरिस्का को अप्रेल माह में 8 लाख 38 हजार 498 रुपए का राजस्व मिला। वहीं मई माह में पर्यटकों के प्रवेश से 7 लाख 51 हजार 913 रुपए की आय हुई।
अभी पर्यटकों की पहुंच कम सरिस्का बाघ परियोजना में पर्यटकों के प्रवेश को अनुमति देने के बाद भी पर्यटकों की पहुंच कम हो रही है। गत पांच दिनों में 9 पर्यटकों ने सरिस्का में प्रवेश लिया है।
सेढूराम यादव
सेढूराम यादव
डीएफओ, सरिस्का बाघ परियोजना