सरिस्का में सोमवार को 22 जिप्सी व 2 कैंटर में पर्यटकों ने जंगल का भ्रमण किया। इनमें सरिस्का गेट से 16 जिप्सी व 2 कैंटर में 85 पर्यटकों को सरिस्का में प्रवेश दिया गया। वहीं टहला गेट से दो जिप्सी में 8 पर्यटकों को प्रवेश दिया गया। इसके अलावा अलवर बफर जोन में एक जिप्सी में 4 पर्यटकों ने भ्रमण किया।
पर्यटक बोले- बाघ देखने की मुराद हुई पूरी दिल्ली से आए पर्यटकों का कहना था कि हम लोग बाघ देखने के लिए सरिस्का अभयारण्य क्षेत्र में सफारी के लिए आए थे। हमको बाघ नजदीक से नजर आया, इससे उनकी बाघ देखने की मुराद पूरी हो गई। बाघ देखने के लिए सुबह की जंगल सफारी में घूमने गए, जहां घाणका ट्रैक पर बाघ एसटी- 21 चहलकदमी करता हुआ नजर आया। बाघ उसके बाद में गर्मी होने के कारण बाद झाडिय़ों में ओझल हो गया। तेज गर्मियों में सरिस्का अभयारण्य क्षेत्र में बाघों की साइटिंग होने के कारण सैलानियों में उत्साह देखा गया।
पर्यटक पहुंच रहे सरिस्का कोरोना संक्रमण के चलते सरिस्का अभयारण करीब दो महीने बंद रहा। इसके बाद गत 25 जून से सरिस्का में पर्यटकों को प्रवेश दिया गया। पार्क खुलने के पहले दिन सरिस्का में 24 पर्यटकों ने प्रवेश लिया, वहीं गत शनिवार को करीब 177 पर्यटकों को प्रवेश दिया गया। रविवार को वीकेंड कफ्र्यू के चलते सरिस्का पार्क बंद रहा और सोमवार को करीब 97 पर्यटकों को प्रवेश दिया गया।