45 दिन तक करी कवायद सरिस्का में बाघिन एसटी-5 को तलाशने के लिए करीब 550 कैमरे लगाए गए थे। करीब 45 दिन तक कैमरों में टाइगर सहित अन्य वन्यजीव ट्रैप हुए, लेकिन इनमें बाघिन एसटी- 5 की एक भी फोटो नहीं मिली। कैमरों ने 45 दिनों में 9 से 10 लाख फोटो लिए। सरिस्का प्रशासन एक बार इन फोटो को देख चुका है, लेकिन अब तक इनमें बाघिन एसटी-5 का एक भी फोटो मिलने की पुष्टि नहीं हुई है।
सूचना थी एसटी-5 से जुड़ाव की, पूछताछ में वाइल्ड बोर का शिकार माना सरिस्का प्रशासन ने वाइल्ड बोर के शिकार के आरोप में खरेटा गांव निवासी सबेर सिंह को गिरफ्तार किया गया। आरोपी को शनिवार को न्यायाधीश के समक्ष पेश किया जाएगा। सरिस्का के डीएफओ हेमंत सिंह ने बताया कि सरिस्का प्रशासन को जींदोली के खरेटा गांव में किसी व्यक्ति का गायब हो चुकी बाघिन एसटी- 5 से जुड़ाव होने की सूचना मिली थी। इस पर सरिस्का प्रशासन ने टीम गठित कर खरेटा गांव में दबिश देकर सबेर सिंह को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। प्रारंभिक जांच में सबेर सिंह ने बाघिन एसटी-5 से किसी भी प्रकार के जुड़ाव से इनकार किया है। आरोपी ने एसटी-5 के बारे में किसी प्रकार की जानकारी नहीं होने की बात की है। पूछताछ में आरोपी सबेर सिंह ने बताया कि वह खरेटा गांव में बटाई पर खेत लेकर खेती करता है। पिछले दिनों उसके खेत पर श्वान ने एक ***** को मार दिया था, जिसे वह उठाकर घर ले गया था। वाइल्ड बोर को घर ले जाने के कारण उसे वाइल्ड बोर के शिकार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
मिलने की संभावना नगण्य
सरिस्का प्रशासन कैमरों में मिले फोटों में टाइगर के फोटो की छंटनी कर फिर से बाघिन एसटी-5 को ढूंढेंगा। वैसे छंटनी के बाद कैमरा ट्रैप की फोटो में बाघिन मिलने की उम्मीद नगण्य मानी जा रही है। सरिस्का सूत्रों का कहना है कि दोबारा फोटो की जांच में भी बाघिन एसटी-5 नहीं मिली तो राष्ट्रीय बाघ प्राधिकरण (एनटीसीए) व अन्य उच्चाधिकारियों से चर्चा कर बाघिन के बारे में अंतिम निर्णय व कार्रवाई का फैसला किया जाएगा।
सरिस्का प्रशासन कैमरों में मिले फोटों में टाइगर के फोटो की छंटनी कर फिर से बाघिन एसटी-5 को ढूंढेंगा। वैसे छंटनी के बाद कैमरा ट्रैप की फोटो में बाघिन मिलने की उम्मीद नगण्य मानी जा रही है। सरिस्का सूत्रों का कहना है कि दोबारा फोटो की जांच में भी बाघिन एसटी-5 नहीं मिली तो राष्ट्रीय बाघ प्राधिकरण (एनटीसीए) व अन्य उच्चाधिकारियों से चर्चा कर बाघिन के बारे में अंतिम निर्णय व कार्रवाई का फैसला किया जाएगा।
इसलिए बच रहे घोषणा से सरिस्का प्रशासन बाघिन एसटी-5 की मौत की घोषणा से बच रहा है। इसका कारण है कि बाघिन का अब तक न तो कोई अवशेष मिला है और न ही जीवित होने के सबूत। वहीं कोई गवाह भी बाघिन के जिंदा या मृत होने का दावा नहीं कर रहा। ऐसे में सरिस्का प्रशासन बाघिन की मौत की घोषणा से बच रहा है।