सरिस्का में तालवृक्ष रेंज में 29 व 30 मार्च के कैमरा ट्रैप की फोटो देखने पर यह शावक सरिस्का के जंगल स्थित एक वाटर होल्स में बाघिन के ऊपर अठखेलियां करने की मुद्रा में दिखा है। कैमरा ट्रैप के नतीजे से यह स्पष्ट हो गया कि बाघिन एसटी-10 के पिछले महीनों शावक को जन्म देने की चर्चा सही थी। पत्रिका में एसटी-10 के शावक को जन्म देने की चर्चा को लेकर खबर प्रकाशित की गई थी, लेकिन उस दौरान सरिस्का प्रशासन ने शावकों के दिखाई नहीं देने और कोई साक्ष्य नहीं होने की बात कह कर इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया था। डीएफओ यादव ने बताया फोटो में देखने पर शावक की उम्र करीब तीन महीना हो सकती है। संभावना जताई गई है कि बाघिन एसटी-10 ने संभवत: गत दिसम्बर माह में शावक को जन्म दिया है।
तीन बार बाघिन के शावकों को जन्म देने की रही चर्चा सरिस्का में बाघिन एसटी-10 के शावकों को जन्म देने की चर्चा करीब सवा साल के दौरान तीन बार रही। करीब सवा साल पहले सरिस्का के तत्कालीन डीएफओ हेमंत सिंह ने बाघिन एसटी-10 के शावकों को देखा, लेकिन बाद में उनकी मौत हो गई। इसके करीब 6 महीने बाद सरिस्का में फिर बाघिन एसटी-10 के शावकों को जन्म देने की चर्चा रही, लेकिन सरिस्का प्रशासन ने साक्ष्य नहीं होने की बात कह, इसकी पुष्टि से इनकार कर दिया। बाद में गत दिसम्बर में बाघिन के फिर से शावकों को जन्म देने की चर्चा रही, लेकिन सरिस्का प्रशासन साक्ष्य नहीं मिलने का हवाला देकर पुष्टि से इनकार करता रहा। लेकिन अब कैमरा ट्रैप में बाघिन के साथ शावक का फोटो मिलने से इसकी पुष्टि हुई है। हालांकि अभी यह पता नहीं चल सका है कि बाघिन एक शावक को जन्म दिया या ज्यादा को।
बाघ एसटी-13 से था खतरा बाघिन एसटी- 10 के शावकों को जन्म देने की चर्चा के बीच बाघ एसटी-13 उसके आसपास घूमता रहता था। आशंका जताई जाती रही कि बाघ एसटी-13 ने शावकों को नुकसान पहुंचाया। वैसे वन्यजीव प्रेमियों का मानना है कि इन शावकों का पिता भी बाघ एसटी-13 ही है, लेकिन सरिस्का प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है।